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रईसजादों की पार्टियां व नशा भी हाई प्रोफाइल

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने देश की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 110 करोड़ रुपए की नशीली दवा पकड़ी थी। इस कार्रवाई ने ड्रग माफिया के मजबूत हो रहे नेटवर्क को भी सामने ला दिया। अब तक विद्यार्थियों को निशाना बनाकर नशीली दवा वहां खपाई जाती थी अब यह नशा हाई प्रोफाइल हो रईसजादों की पार्टियों का जरूरी हिस्सा बन गया है। नारकोटिक्स विंग, स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम भी करोड़ों का माल पकड़ चुकी है। क्राइम ब्रांच ने पिछले साल की तुलना में इस बार 6 गुना अधिक मामले पकड़े हैं।

गत वर्ष एनडीपीएस एक्ट में क्राइम ब्रांच ने 67 मामले पकड़े थे। अभी साल पूरा होने में दो महीने शेष हैं और 347 केस दर्ज हो चुके हैं। इंदौर में चार एजेंसियां मिलकर भी इस कारोबार को रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं। पब्स में रईसजादों की पार्टियां तो हाई प्रोफाइल होती ही हैं, लेकिन इनमें होने वाला नशा भी हाई प्रोफाइल होता है। इसमें ऐसे नशे किए जाते हैं जिनका 1 डोज 5 हजार रु. तक का आता है। शहर में यह नशा न मिलने पर रईसजादे मेट्रो सिटी तक इन्हें लेने चले जाते हैं। कई पॉश इलाकों के रईसजादों ने नशीली दवा बेचने वालों से भी संपर्क बना रखा है जिन्हें पार्टी के पहले ऑर्डर दे दिया जाता है। अब शहर में नशे के लिए हाउस पार्टियों का कल्चर भी शुरू हो गया है।

एम्बुलेंस से लेकर कोरियर कंपनियों के जरिये तस्करी

बदमाश नशे की तस्करी के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं जिससे उन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है। कभी लड़कियों से सैंडल की हील में रखकर तस्करी करवाते हैं तो कभी बड़े कर्टन में दूसरे सामान के साथ कोरियर कर देते हैं। कोरियर में यह ट्रैस भी नहीं हो पाता है। इसके अलावा पुलिस ने एम्बुलेंस से लेकर सब्जियों के ट्रक तक के जरिये ड्रग्स सप्लाय होते पकड़ा है।

केस-1 : 11वीं की छात्रा को बनाया नशे का आदी

कॉलेज की एक छात्रा ने राऊ क्षेत्र में रहने वाली संभ्रांत परिवार की 11वीं की छात्रा से फेसबुक पर दोस्ती की और धीरे-धीरे उसे नशे का आदी बना दिया। छात्रा घर से रुपए और जेवर तक चुराने लगी। जब कॉलेज छात्रा ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू किया तो उसने नस काटकर आत्महत्या तक की कोशिश की। चार महीने में पांच बार आत्महत्या का प्रयास करने के बाद स्कूली छात्रा के पिता उसे क्राइम ब्रांच लेकर पहुंचे और मामले का खुलासा हुआ।

केस-2 : 10वीं की छात्रा से करवाई तस्करी

मालवा मिल इलाके में रहने वाली 14 साल की लड़की घर से लापता हो गई। जब वह पुलिस को मिली तो पता चला कि एक रैकेट के शिकंजे में आ गई थी। उसे सैंडिल में छिपाकर ड्रग्स की तस्करी करने की ट्रेनिंग भी दी गई थी। उस रैकेट में 15 से 20 बच्चे थे।

केस-3 : यशवंत क्लब की सदस्य के केस में हुआ खुलासा

फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाली यशवंत क्लब की सदस्य खुशी कूलवाल के केस में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई थीं। इसमें पता चला था कि उसकी सहेली ने उसे शराब और ड्रग्स का आदी बना दिया था। देर रात तक पब में शराब पार्टियां चला करती थीं।

केस-4 : तीन माह तक माता-पिता को कमरे में घुसने नहीं दिया

नशे के आदी की काउंसलिंग करने वाली एक काउंसलर ने बताया कि एक संभ्रांत परिवार के दंपती कॉलेज में पढ़ने वाले अपने बेटे को लेकर उनके पास आए। बेटा 3 महीने से कमरे में किसी को जाने नहीं देता था। एक बार जब वह बाहर गया था तो मां ने दरवाजा खुलवाया तो वहां धूल की परत जमी हुई थी व नशा करने की चीजें भी मिलीं। काउंसलिंग में पता चला कि बेटा जब बैंगलुरु गया था तब नशे की लत लग गई थी, जिससे वह ऐसा कर रहा है।

74 प्रतिशत शहरी नशे की गिरफ्त में

एक संस्था द्वारा कुछ महीने पूर्व शहर में किए गए सर्वे में सामने आया था कि 74 प्रतिशत शहरी नशे की गिरफ्त में हैं। इसमें सबसे बड़ा कारण अकेलापन और बेरोजगारी सामने आया।

संभ्रांत परिवार की युवतियां भी शामिल

जनवरी में क्राइम ब्रांच ने ब्राउन शुगर बेचने वाले दो बदमाशों को पकड़ा था। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये लोग साकेत नगर, बिचौली मर्दाना, महालक्ष्मी नगर, रानीबाग, निपानिया आदि में रहने वाली युवतियों को ब्राउन शुगर सप्लाय करते थे। पलासिया और भंवरकुआं स्थित गर्ल्स हॉस्टल की छात्राएं भी इनकी ग्राहक थीं।

पुलिस और क्राइम ब्रांच द्वारा इस साल की गई बड़ी कार्रवाई

– नगर निगम की कचरा गाड़ी चलाने वाले आरोपित को 10800 अल्प्राजोलम गोलियों के साथ गिरफ्तार किया।

– पुलिस 21 लाख रुपए कीमत की तीन लाख प्रतिबंधित गोलियां पकड़ी।

– चंदन नगर पुलिस ने अल्प्राजोलम की 31500 गोलियां बरामद कीं।

– परदेशीपुरा पुलिस ने भंडारी ब्रिज के पास 1275 प्रतिबंधित गोलियां पकड़ीं।

– अगस्त में देवास नाका क्षेत्र में करीब 40 लाख रुपए की हेरोइन पकड़ी।

– बाणगंगा पुलिस ने जनवरी में दो बहनों को 17 लाख रुपए के गांजे के साथ पकड़ा।

– नाकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मई माह में 80 लाख रुपए की हेरोइन पकड़ी।

– चंदन नगर पुलिस ने जनवरी में करीब एक लाख रुपए की ब्राउन शुगर सहित एक महिला को पकड़ा। – चंदन नगर पुलिस ने मई में 1.90 लाख रुपए की ब्राउन शुगर के साथ महिला तस्कर को पकड़ा।

 

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