दिल्ली में लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना नदी पहुंची खतरे के निशान तक
पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते हथिनी कुंड में बढ़ते पानी को लगातार छोड़ा जा रहा है. यही वजह है कि अभी खतरे के निशान से नीचे चल रही यमुना नदी का पानी अगले 24 घंटे में खतरे के निशान को छू सकता है.
दिल्ली सरकार में जलमंत्री और फ्लड एंड इरिगेशन मिनिस्टर सत्येन्द्र जैन ने कहा कि संभावना है कि अगले 24 से 48 घंटे तक जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच जाएगा. यह निर्भर करता है कि हथिनी कुंड से और कितना पानी छोड़ा जाएगा.
मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पूरी तैयारियां की हुई है, अगर फ्लड की स्थिति पैदा होती है तो हम तैयार हैं. जैसे ही यमुना का स्तर खतरे के निशान के पास पहुंचेगा अलर्ट जारी कर दिया जाएगा.
लो-लाइन के पास यमुना के किनारे जितने भी इलाके हैं, वह प्रभावित होते हैं. उन इलाकों चिह्नित किया हुआ है, जिसकी लिस्ट भी जारी की जाएगी. सारे डीएम की ड्यूटी लगाई गई है. अभी ऐसी स्थिति नहीं आई है कि फ्लडलाइन के इलाकों को खाली कराया जाए.
दिल्ली के वजीराबाद क्षेत्र में बीते गुरुवार की दोपहर बाद आई बारिश के बाद गलियों में लबालब पानी भर गया. वजीराबाद क्षेत्र में पानी की निकासी की व्यवस्था न होने के कारण लोगों के घरों में भी पानी भर गया. गलियों में गाड़ियों के आधे टायर डूबे हुए नजर आए. यमुना नदी में हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी करनाल पहुंच गया है.
यमुना नदी से जुड़े हुए खेतों में पानी पहुंचने से सब्जियों और फसलों को नुकसान हुआ है. किसानों को अपने खेत में फसलों के पास जाने के लिए टयूब का सहारा लेना पड़ रहा है. वहीं किसानों का कहना है फसलें, सब्जियां खराब हो जाती हैं, पर प्रशासन की कोई मदद नहीं मिलती.