मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी के ब्राह्मण सम्मेलन को लेकर कही ये बड़ी बात मायावती पर किया हमला
उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंचे सूबे के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बहुजन समाज पार्टी के ब्राह्मण सम्मेलन को लेकर बड़ा बयान दिया. स्वामी प्रसाद मौर्य ने ब्राह्मणों की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है,
सभी पार्टियां ब्राह्मणों की जमकर तारीफ कर रही है. उनको लुभाने के लिए सभी पार्टियां तरह-तरह के लुभावने बातें कह रही है. शनिवार को अयोध्या पहुंचे श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि दलित मायावती का साथ छोड़ चुका है. बसपा को अब अपने दलित मतदाताओं पर भरोसा नहीं रहा.
श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने ब्राह्मणों की तारीफ करते हुए कहा कि ब्राह्मण सबसे ज्यादा इस देश का बुद्धिजीवी, पढ़ा लिखा और समझदार मतदाता है. ब्राम्हण किसी के झांसे बहकावे और प्रलोभन में आने वाला नहीं है. ब्राह्मण हमेशा देश की दशा और दिशा तय करता आया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ब्राह्मण राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर उचित अनुचित को अच्छी तरह से समझता है. यही नहीं ब्राह्मण खुद अपने विवेक से निर्णय लेता है. वह किसी के झुनझुना बजाने से बच्चों की तरह उसके पीछे नहीं दौड़ेगा. ब्राम्हण स्वयं बहुत समझदार है.
कभी बसपा कार्यकाल के दिग्गज मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बसपा का ब्राह्मण सम्मेलन फ्लॉप शो साबित होगा. स्वामी प्रसाद मौर्या बहुजन समाज पार्टी कार्यकाल में भी मंत्री रह चुके हैं.
श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य आज पूर्व सिंचाई मंत्री मराठी लोक दल के प्रदेश अध्यक्ष रहे स्वर्गीय मुन्ना सिंह के पांचवीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने अयोध्या के सोहावल महोली गांव पहुंचे थे. इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह भी शामिल हुए.
यूपी में अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए अठावले ने 26 सितंबर से बहुजन कल्याण यात्रा भी निकाले जाने का ऐलान कर सपा, बसपा और कांग्रेस के साथ ममता बनर्जी पर भी जमकर निशाना साधा है.
केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद आज CM योगी से मुलाकात कर UP के मुस्लिम-दलित बहुल क्षेत्रों में बसपा को टक्कर देने के लिए RPI के प्रत्याशियों को भी चुनाव लड़ाने की मांग की है.
इस दौरान राम दास अठावले ने बसपा के जनाधार में लगातार कमी आने की बात कहते हुए जहां अब अपने बलबूते पर मायावती को सत्ता में न आ पाने की बात कही, तो वही सपा और कांग्रेस द्वारा भी यूपी में सरकार न बना पाने के साथ इस बार यूपी में 325 की जगह 375 सीटें आने का दावा किया.