मध्य प्रदेश: चित्रकूट से आरंभ हुई कांग्रेस की राम वन गमन पथ यात्रा
मध्यप्रदेश में कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व की नीति को अपना रही है. यही वजह है कि कांग्रेस इन दिनों राज्य में गाय, नर्मदा, मंदिर और अब राम की बात करने लगी है. इसी के चलते कांग्रेस ने ‘राम वन गमन पथ यात्रा’ मंगलवार को चित्रकूट से आरंभ की.
पहले तो इस यात्रा को लेकर इस बात पर असमंजस था कि पितृपक्ष के कारण यात्रा टल सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब यात्रा 15 दिन तक 35 विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए गुजरेगी.
बताया जा रहा है कि पहले यह यात्रा 21 सितंबर से 9 अक्टूबर के बीच होने वाली थी लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की यात्रा के चलते इसे टाल दिया गया था. आनन-फानन में निकाली गई इस यात्रा में स्थानीय विधायक नीलांशु चतुर्वेदी को छोड़कर कांग्रेस का कोई बड़ा नेता शामिल नहीं था.
वो वादा जिसे भूल गई शिवराज सरकार
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 2007 में राम पथ गमन मार्ग विकसित करने की घोषणा की थी, लेकिन यह घोषणा ठंडे बस्ते में चली गई थी. यहां तक कि इस घोषणा के बाद शिवराज सरकार ने समिति भी बनाई थी, लेकिन उसकी रिपोर्ट पर कोई काम नहीं हुआ. अब इसे कांग्रेस ने चुनावी मुद्दा बनाया है और 35 विधानसभा सीटों यह यात्रा निकालने की तैयारी है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता इन दिनों मंदिर-मंदिर दर्शन करते साफ देखे जा सकते हैं. शक्तिपीठ हो या ज्योतिर्लिंग कांग्रेस नेता माथा टेक रहे हैं. राज्य के प्रमुख मंदिर और हिंदू धार्मिक स्थलों की लिस्ट बनाई जा रही है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार में जब उतरेंगे तो वे इन्हीं मंदिरों में जाकर माथा टेकेंगे.
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पिछले साल दशहरे के दिन नर्मदा परिक्रमा पर निकले थे. 6 महीने घर से दूर 3800 किलोमीटर की यात्रा करके नर्मदा की परिक्रमा पूरी की थी. कांग्रेस नर्मदा संरक्षण का मुद्दा उठा रही है. माना जा रहा है कि कांग्रेस के वचन पत्र में भी नर्मदा संरक्षण का मुद्दा शामिल रहेगा.