आइये जानते हैं क्या है यूरिक एसिड बढ़ने की वजह
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की शिकायत या संभावना होने पर लोग कई तरह की सब्ज़ियों, दालों और फलों का सेवन करना छोड़ देते हैं. उनको लगता है कि ये चीज़ें शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की वजह हो सकती हैं, जबकि ऐसा नहीं है.
telegraphindia.com में प्रकाशित एक खबर में एक्सपर्ट्स के अनुसार शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की वजह शराब, चॉकलेट, कैंसर या थैलेसीमिया के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं
और आनुवंशिक सिंड्रोम जैसी कुछ चीजें हो सकती हैं. आइये जानते हैं क्या है यूरिक एसिड और शरीर में इसके बढ़ने की वजह क्या है. साथ ही जानते हैं कि यूरिक एसिड बढ़ने के दौरान क्या खायें और क्या नहीं.
यूरिक एसिड हमारे रक्त में मौजूद एक रसायन है. जिसका लेवल बढ़ने से गाउट या गठिया जैसी दिक्कत हो सकती है. इसके बढ़ने से हाथ पैरों में सूजन और दर्द की शिकायत रहती है.
दरअसल शरीर के जोड़ों में जब काफी मात्रा में यूरेट क्रिस्टल इकठ्ठा हो जाता है तो ये दर्द की वजह बनता है. वहीं यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने से गुर्दे की पथरी भी हो सकती है और यह नेफ्रोपैथी या गुर्दे की खराबी का संकेत भी हो सकता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार जो भी फल, सब्जियां और दालें लोग खाते हैं उनका यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने या कम होने से कोई खास सम्बन्ध नहीं है. जो लोग ये मानते हैं कि पत्तेदार साग, बीज वाली सब्जियां और
फल जैसे खीरा, टमाटर, बैंगन, भिंडी, अनार, तरबूज और दालें खाने से यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है तो वो गलत सोचते हैं. साथ ही जो लोग यह मानते हैं कि नाइटशेड पौधों
की श्रेणी में कोई भी पौधा जो छायादार स्थानों में उगता है और जिसमें रासायनिक, सोलनिन होता है वो भी यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा देता है तो ऐसा भी मुमकिन नहीं होता है.
शरीर के लिए बैलेंस्ड डाइट बहुत ज़रूरी होती है. ऐसे में दाल, सब्ज़ियों और फलों का पर्याप्त मात्रा में सेवन न करने से विटामिन बी, नियासिन या विटामिन बी3 और फोलिक एसिड जैसी चीजों की कमी शरीर में हो सकती है.
जिसकी वजह से पेलाग्रा हो सकता है, जिससे मनोभ्रंश, दस्त और जिल्द की सूजन हो सकती है. इसके साथ ही कम फोलिक एसिड आपको एनीमिक बना सकता है. इसलिए हमेशा बैलेंस्ड डाइट को फॉलो करना बेहतर होगा.
यूरिक एसिड बढ़ने की वजह कई हो सकती हैं. कुछ मामलों में आनुवंशिक सिंड्रोम की वजह से यूरिक एसिड के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है. तो वहीं कुछ मामलों में शरीर में एंजाइम की कमी
से यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो सकती है. इसके साथ ही कैंसर या थैलेसीमिया के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं या कुछ कीमोथेरेपी दवाएं भी यूरिक एसिड बढ़ने की वजह हो सकती हैं.
एक्सपर्ट्स के अनुसार यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ने से रोकने के लिए आपको बीयर, रेड मीट और शेलफिश जैसी उन चीजों के सेवन से बचना चाहिए. जिसमें प्यूरीन काफी मात्रा में होता है.
दरअसल हमारे द्वारा खाए जाने वाले प्रोटीन को तोड़कर प्यूरीन बनता है. शरीर में प्यूरीन की मात्रा जितनी ज्यादा होगी, सीरम यूरिक एसिड के बढ़ने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी.
इसलिए चीनी, चॉकलेट और अल्कोहल जैसी चीजों के सेवन से भी बचना ज़रूरी है क्योंकि ये प्यूरीन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके साथ ही लीवर, केकड़े, बीन्स, मटर, शतावरी, पालक और मशरूम जैसी चीजों से भी परहेज़ करना बेहतर होगा.
दूध और अंडे में प्यूरीन की मात्रा कम होती है इसलिए इनको डाइट में शामिल किया जा सकता है. इसके साथ ही प्लांट प्रोटीन, डेयरी प्रोडक्ट्स और दुबली मछलियों को भी डाइट में शामिल किया जा सकता है.
कॉफी का सेवन भी आप कर सकते हैं क्योंकि ये यूरिक एसिड लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है. इसके साथ ही आप विटामिन-सी से भरपूर चीजों का सेवन भी कर सकते हैं.