प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ममता बनर्जी से की बात लिया पश्चिम बंगाल में बाढ़ की स्थिति जायजा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के कुछ जिलों में बाढ़ की स्थिति को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा. इसमें उन्होंने कहा कि दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) ने अपने बांधों के जरिए
अनियोजित तरीके से पानी छोड़ा है, जिसकी वजह से मानव निर्मित बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. इसके साथ ही, सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से बांधों के उन्नयन के लिए योजना बनाने का भी आग्रह किया.
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने बनर्जी को फोन कर पश्चिम बंगाल में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और इससे निपटने के लिये केन्द्र की ओर से सभी तरह की सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया. बातचीत के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा कि क्या पश्चिम बंगाल में भारी बारिश हो रही है.
मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि स्थिति मानव निर्मित है और इसके लिए डीवीसी जिम्मेदार है. उन्होंने प्रधानमंत्री को बताया कि डीवीसी ने अनियोजित तरीके से पानी छोड़ा है, जिससे राज्य में स्थिति और खराब हो रही है.
निगम के एक अधिकारी ने बताया कि डीवीसी ने 31 जुलाई से मंगलवार शाम तक 5.43 लाख क्यूसेक जल छोड़ा है. अधिकारी ने कहा कि बताया जा रहा है कि हावड़ा जिले में बाढ़ प्रभावित उदयनारायणपुर के दौरे पर गईं मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि प्रशासन सर्वेक्षण पूरा करने के बाद बाढ़ के हालात और इससे हुए नुकसान के बारे में पीएमओ को एक रिपोर्ट भेजेगा.
इसके बाद, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक ट्वीट कर बताया कि मोदी ने बनर्जी को हालात से निपटने के लिये केन्द्र की ओर से हर संभव मदद मुहैया कराने का आश्वासन दिया.
पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद राज्य के कुछ हिस्सों में बाढ़ की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की.
प्रधानमंत्री ने इस स्थिति से निपटने के लिए उन्हें हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रभावित इलाकों में लोगों की सुरक्षा की कामना की.’’
ज्ञात हो कि भारी बारिश के चलते पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर आई बाढ़ की वजह से लगभग तीन लाख लोग विस्थापित हुए हैं तथा मकान गिरने और विद्युत करंट लगने की घटनाओं में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है.
इस बीच डीवीसी बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण हावड़ा और हुगली के साथ ही पूर्ब बर्धमान, पश्चिम बर्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों में पानी भर गया है.
अधिकारी ने बताया कि हावड़ा और हुगली जिलों में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बनर्जी के कार्यक्रम को खराब मौसम के कारण स्थगित करना पड़ा. उन्होंने कहा कि इसके बजाय, वह सड़क मार्ग के जरिये हावड़ा में अमता के लिए रवाना हुईं.
वह मौसम की स्थिति में सुधार होने पर हुगली के खानकुल जाने पर विचार कर सकती है. घुटनों तक पानी में खड़ीं बनर्जी ने अमता में प्रभावित लोगों से बात की और उन्हें राज्य सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.