क्या मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किशोर का इस्तीफा किया स्वीकार जाने क्या है पूरा मामला ?
राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के प्रमुख सलाहकार के पद से यह कहते हुए
इस्तीफा दे दिया कि वह सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी विराम ले रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किशोर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है.
जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर के इस्तीफा देने की वजह कांग्रेस ज्वाइन करना भी हो सकती है, क्योंकि 22 जुलाई को हुई एक अहम बैठक में राहुल और सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस ज्वाइन करने की ऑफर पर विचार करने के लिए कहा था.
दूसरा पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू की बतौर अध्यक्ष ताजपोशी के बाद किशोर के लिए खुलकर फैसले लेना मुश्किल हो गया था. एक हिंदी दैनिक अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब में सिद्धू और कैप्टन दो पावर सेंटर बन चुके हैं.
कई विधायक अभी भी दो गुटों में बंटे हुए हैं. जिसके चलते पंजाब में रणनीति पर फैसले लेना प्रशांत किशोर के लिए चुनौती बन गया था. जानकारों का कहना है कि प्रशांत किशोर इस हालत में नहीं थे कि कैप्टन और सिद्धू के मुताबिक अलग-अलग रणनीति तैयार कर सकें.
सूत्रों से मिली बड़ी जानकार इसे बड़ी वजह मानते हैं कि दोनों नेताओं की एकजुटता नहीं होने के कारण प्रशांत ने अपना रास्ता बदल लिया. यदि प्रशांत यह कदम नहीं उठाते तो चुनाव में संभावित नुकसान का ठीकरा उनके सिर फूट सकता था. इसलिए अपनी छवि को बचाने के लिए किशोर ने यह कदम उठाया है.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में किशोर ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश लेने के अपने फैसले के मद्देनजर वह अपने प्रमुख सलाहकार के रूप में जिम्मेदारियों को निभाने में सक्षम नहीं हैं. चूंकि मुझे अपनी भविष्य की कार्रवाई के बारे में फैसला करना है, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए.