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अगले चार-पांच दिनों के दौरान उत्तराखंड सहित कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में आज भी मध्यम बारिश जारी रहेगी. उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई और गरज के साथ बौछारें पड़ीं.

राज्य के अलग-अलग स्थानों पर बिजली की चमक और गरज के साथ छींटे पड़े. ललितपुर, फिरोजाबाद, महाराजगंज, खीरी, मथुरा, मेरठ, बस्ती, बलिया, आंबेडकर नगर, कासगंज और संभल में बारिश दर्ज की गई. लखीमपुर खीरी राज्य का सबसे गर्म शहर रहा, जहां पारा 35.6 डिग्री सेल्सियस को छू गया.

उधर, आईएमडी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को भारी बारिश के बाद अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी ने बताया कि रविवार शाम साढ़े पांच बजे तक पिछले नौ घंटे के दौरान 15.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.

भारी बारिश के बाद दिल्ली के कई इलाकों में जलजमाव और ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो गई. मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में अगस्त माह में दीर्घावधि औसत की 95 से 106 फीसदी बारिश हो सकती है.

वहीं, चंडीगढ़ और इसके आस-पास के इलाकों में रविवार को भारी बारिश के बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली. चंडीगढ़ के अलावा इसके पड़ोसी पंजाब के मोहाली और हरियाणा के पंचकूला में भी भारी बारिश हुई. बारिश के बाद सड़कों पर कुछ देर तक पानी भरे रहने की वजह से वाहन चालकों को अपने वाहनों की गति धीमी करनी पड़ी.

चंडीगढ़ समेत हरियाणा और पंजाब के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लोग उमस भरी गर्मी से परेशान थे. मौसम विभाग के कार्यालय ने बताया कि चंडीगढ़ में 30.2 मिमी बारिश हुई.

अंबाला में 15 मिमी, करनाल में 10.6 मिमी, रोहतक में 19 मिमी, गुड़गांव में 28 मिमी, अमृतसर और लुधियाना में क्रमश: दो मिमी और एक मिमी बारिश हुई.

चंडीगढ़ में दिन में अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हरियाणा के अंबाला में सबसे ज्यादा 33.2 डिग्री सेल्सियस, करनाल में 32.2 डिग्री सेल्सियस, रोहतक में 31.5 डिग्री सेल्सियस और

गुड़गांव में 32.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पंजाब के गुरदासपुर में 33.5 डिग्री सेल्सियस, अमृतसर में 35 डिग्री सेल्सियस, लुधियाना में 33.4 डिग्री सेल्सियस और पटियाला में 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

मध्य प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त जिलों में अब हालात में सुधार है और बाढ़ में फंसे सभी 14,000 लोगों को सुरक्षित निकाल कर राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर व चंबल

संभागों में मूसलाधार बारिश के कारण पिछले सात दिनों से आई बाढ़ से कम से कम 24 लोगों की मौत हुई है. बाढ़ ग्रस्त जिलों में 237 राहत शिविर बनाएं गए हैं. इनमें 14,000 बाढ़ पीड़ितों को रखा गया है.

इसी बीच, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभागों का रविवार को हवाई सर्वेक्षण किया. हवाई सर्वेक्षण करने से पहले उन्होंने कहा कि इन इलाकों में पिछले 40 सालों में बाढ़ से ऐसी तबाही नहीं हुई है, जैसी इस बार हुई है.

आईएमडी ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल और सिक्किम के उप हिमालय क्षेत्र में 11-12 अगस्त को बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है, क्योंकि मानसून की निम्न वायुदाब की पट्टी पर्वतों की ओर बढ़ रही है.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि मानसून के निम्न वायुदाब की पट्टी हिमालय के पर्वतों की ओर बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि इससे उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश कम होगी

और पहाड़ों पर वर्षा अधिक होगी. उन्होंने कहा कि अगले 24 से 48 घंटे में मानसून की निम्न वायुदाब की पूरी पट्टी हिमालय के पर्वतों की ओर स्थानांतरित हो सकती है.

आईएमडी ने बताया कि इन प्रणालियों के प्रभाव से, अगले पांच दिन में पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल और सिक्किम के उप हिमालय क्षेत्र में बारिश की व्यापक गतिविधियां हो सकती है तथा कुछ स्थानों पर भारी बरसात होने की संभावना है.

बंगाल की खाड़ी से तेज दक्षिण-पश्चिम या दक्षिणी हवाओं के कारण, 11 अगस्त से इन इलाकों में बारिश की तीव्रता बढ़ने की बहुत संभावना है. आईएमडी ने बताया कि क्षेत्र में 11 और 12 अगस्त को अलग-अलग इलाकों में भारी से मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है.

मोहपात्रा ने कहा कि अगले चार-पांच दिनों के दौरान उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा के क्षेत्र में व्यापक वर्षा होने की संभावना है.

उन्होंने कहा कि अगले दो दिन में मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में बारिश की संभावना है और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. आईएमडी ने कहा कि महाराष्ट्र और

गुजरात समेत प्रायद्वीप भारत में बारिश के कम होने की संभावना है जबकि केरल, माहे और तमिलनाडु के अलग अलग स्थानों पर अगले चार पांच दिन में भारी बारिश का अनुमान है.

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