राजस्थान में स्कूल खोलने पर मुख्यमंत्री जल्द ले सकते है निर्णय
राजस्थान में शिक्षण संस्थाओं को खोलने को लेकर गठित मंत्री समूह में आम सहमति बन गई है. मंत्री समूह अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपनी रिपोर्ट सौपेंगा. उसके बाद मुख्यमंत्री स्कूल खोलने पर निर्णय लेंगे.
मंत्री समूह की मीटिंग के बाद शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बैठक में बड़े बच्चों के लिए स्कूल खोलने पर ज्यादा जोर रहा है. कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोलने के लिए सभी मंत्री सहमत नजर आए हैं.
कक्षा 1 से 8 तक के छोटे बच्चों को फिलहाल स्कूल से छूट दी जा सकती है. इस संबंध में मंगलवार को सचिवालय में हुई मंत्री समूह की बैठक में तमाम बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गई.
शिक्षा राज्यमंत्री डोटासरा ने कहा कि मंत्री समूह ने अन्य राज्यों के शिक्षण संस्थाओं का अध्ययन, तीसरी लहर की आशंका और आईसीएमआर की रिपोर्ट के तमाम बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की है.
उसके बाद मंत्री समूह ने गाइडलाइन पर अपनी मुहर लगा दी है. राजस्थान में कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच पहले कोचिंग और कॉलेज 15 अगस्त तक खोले जा सकते हैं.
मंत्री समूह की बैठक के दौरान बड़े बच्चों के लिए स्कूल खोले जाने पर ज्यादा सहमती नजर आई है. छोटे स्कूली बच्चों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है.
सूत्रों की मानें तो बड़े बच्चे जो 18 वर्ष से अधिक के उम्र हैं उनको वैक्सीन की पहली डोज या दोनों डोज लगाने की स्थिति में कॉलेज या कोचिंग बुलाया जा सकता है. इसके साथ ही कॉलेज और कोचिंग संस्थान पर भी स्टाफ के सभी सदस्यों को वैक्सीन की डोज लगाने का नियम लागू किया जा सकता है.
हालांकि बच्चों को कॉलेज या कोचिंग भेजना है या नहीं भेजना इस पर परिजनों की सहमति जरूरी होगी. अगर कोई परिजन बच्चे को कोचिंग या कॉलेज नहीं भेजते तो उन्हें बाध्य नहीं किया जाएगा.
स्कूल खोलने की तारीख को लेकर हुई मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में मंत्री डॉ. रघु शर्मा, गोविंद सिंह डोटासरा, डॉ. सुभाष गर्ग और भंवर सिंह भाटी समेत एसीएस स्कूल शिक्षा पीके गोयल, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा, गृह विभाग के सचिव अभय कुमार और प्रमुख शासन सचिव उच्च शिक्षा एल मीणा मौजूद रहे.