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लीवर में खराबी के कारण कई तरह की होती है समस्याएं जाने ?

लीवर मानव शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है. ये शरीर के अंदर कई प्रकार के कामों को अंजाम देता है. लेकिन लीवर में खराबी के कारण कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं. लीवर सिरोसिस लीवर की ऐसी बीमारी है,

जो कई वर्षों से लीवर को नुकसान पहुंचने के कारण होती है और समय पर इलाज न कराने से जानलेवा भी साबित हो सकती है. लीवर सिरॉसिस फाइब्रोसिस की बिगड़ी हुई अवस्था होती है.

लीवर में बीमारी होने पर उसके टिश्यू क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, ऐसी स्थिति में लीवर खुद से ही ठीक कर लेता है लेकिन सिरॉसिस के बाद स्थिति बहुत मुश्किल हो जाती है.

हेपेटाइटिस के रोगी और लंबे समय तक शराब का सेवन करनेवालों को बीमारी आसानी का ज्यादा खतरा रहता है. लीवर में आम तौर से कोई खराबी होने पर उसके क्षतिग्रस्त टिश्यू स्वस्थ टिश्यू की जगह ले लेते हैं,

जो उसे अंत में काम करने के लिए कम प्रभावी बनाता है. हालांकि सिरोसिस का इलाज नहीं है लेकिन स्वास्थ्य समस्या की शुरुआत में पहचान क्षति को रोक सकती है और दिक्कतों को कम कर सकती है.

पीलिया एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें स्किन और स्कलेरा पीले हो जाते हैं. लीवर से निकलनेवाला पीला नारंगी बाइल पिग्मेंट बिलीरुबिन के अधिक मात्रा होने से स्किन ये रंग लेती है. जब लीवर को चोट लगती है, तो ये शरीर में बाइल की मात्रा को नियंत्रित करने में नाकाम हो जाता है, जिससे स्वास्थ्य की ये समस्या होती है.

हमारा लीवर विटामिन के की मदद से एक प्रोटीन पैदा करता है जो ब्लड क्लॉटिंग के लिए आवश्यक होता है. उसके अलावा, अंग पुराने या क्षतिग्रस्त ब्लड सेल्स को तोड़ने में भी मदद करता है. लीवर के चोटिल होने पर ये पर्याप्त प्रोटीन नहीं बना पाता और आप आसानी से चोटिल हो जाते हैं.

पैर और बाजुओं का सूजन एल्बुमिन नामक एक प्रोटीन के कम उत्पादन से भी होता है. ये प्रोटीन रक्त वाहिकाओं से आसपास के टिश्यू में ब्लड रिसाव को रोकता है. जब प्रोटीन के तरल कम होने लगते हैं, तो ये रक्त वाहिकाओं में इकट्ठा होना शुरू हो जाता है.

अप्रत्याशित रूप से बिना डाइटिंग और व्यायाम के वजन का कम होना चिंता का दूसरा कारण हो सकता है. ये लीवर सिरॉसिस का अक्सर शुरुआती संकेत होता है, और नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. अगर आपको अपने शरीर में गिरावट नजर आ रही है, तो अपने डॉक्टर से मुलाकात करें.

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