गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए है बेहद खास
हिंदू धर्म में गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए बेहद खास माना जाता है. कहते हैं सच्चे मन से उनकी पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं भगवान विष्णु जरूर पूरा करते हैं.
हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार गुरुवार को भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से जीवन के सभी संकटों से छुटकारा मिलता है. भगवान विष्णु जगत के पालनहार कहलाते हैं.
मान्यता है कि गुरुवार के दिन अगर भक्त विष्णु जी की विधिवत पूजा करते हैं और गुरुवार के उपायों को आजमाते हैं तो उनके जीवन में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं रहती है.
भगवान विष्णु की पूजा से बृहस्पति ग्रह भी शांत होता है जिससे व्यक्ति के विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं. विष्णु जी की पूजा में दो वृक्षों का विशेष महत्व माना गया है. इन वृक्षों की पूजा करने से आपके ऊपर भगवान विष्णु के साथ माता
लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है जिससे घर में समृद्धि आती है. आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो दो पेड़ जिनकी पूजा करने से विवाह और धन संबंधित समस्याओं को दूर किया जा सकता है.
हिंदू धर्म में केले के वृक्ष को देव वृक्ष का स्थान दिया गया है. भगवान विष्णु की पूजा में इस वृक्ष की भी पूजा विशेष रूप से की जाती है. भगवान सत्यनारायण की कथा में केले के पत्तों का प्रयोग किया जाता है.
केले से लेकर इसकी जड़, तना और पत्तियां सभी कुछ धार्मिक कार्यों में उपयोग में लाया जाता है. केले के वृक्ष की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं जिससे जीवन में सफलता और सुख की प्राप्ति होती है.
प्रत्येक गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करने से जातक का बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है, जिससे विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं. जिन लेगों को विवाह से संबंधित समस्याएं हो रही हैं
उन्हें गुरुवार के दिन केले के वृक्ष में शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए और जल देना चाहिए. इसके साथ ही केले के वृक्ष के पूजन से वैवाहिक जीवन भी सुखमय बनता है.
तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में बहुत ही पूजनीय माना गया है. तुलसी भगवान विष्णु को अति प्रिय हैं, इसलिए उन्हें हरिवल्लभा भी कहा जाता है. तुलसी के बिन भगवान विष्णु की पूजा अधूरी मानी जाती है.
जिस घर में प्रतिदिन तुलसी में दीपक जलाकर पूजन किया जाता है, वहां मां लक्ष्मी वास करती हैं. तुलसी जी के पूजन से घर में धन-धान्य की कमी नहीं रहती है.