अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद बिगड़ते हालात को देखते हुए अजित डोभाल और अमेरिकी एनएसए के बीच बातचीत
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां हालात बिगड़े हुए हैं. अफगानी लोग देश छोड़ने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. भारत, अमेरिका समेत कई देश अफगानिस्तान से अपने लोगों को निकालने में जुटे हुए हैं.
इस बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और अमेरिकी एनएसए के बीच बातचीत हुई है. इस दौरान अजित डोभाल ने अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर भी चर्चा की है.
इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच भी अफगानिस्तान की स्थिति को लेकर चर्चा हुई थी. जयशंकर ने एंटनी ब्लिंकन के साथ अफगानिस्तान में ताजा घटनाक्रम पर चर्चा की
और कहा कि हमने काबुल एयरपोर्ट का संचालन बहाल करने की अत्यधिक आवश्यकता पर जोर दिया. हम इस संबंध में अमेरिकी प्रयासों की बहुत सराहना करते हैं.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस के अनुसार दोनों शीर्ष राजनयिकों ने अफगानिस्तान संबंधी हालात पर चर्चा की. सिलसिलेवार किए गए ट्वीट में विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वह काबुल में स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं भारत लौटने वाले लोगों की बेचैनी समझता हूं. हवाई अड्डे का संचालन मुख्य चुनौती है. इस संबंध में साझेदारों के साथ चर्चा की गई है.’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत काबुल में सिख और हिंदू समुदाय के नेताओं के लगातार संपर्क में है.
अफगानिस्तान में चिंताजनक हालात के बीच भारत और कई अन्य देशों ने अपने दूतावास खाली करा लिए हैं. भारतीय वायुसेना के सी-17 विमान ने सोमवार देर शाम 120 से अधिक भारतीय अधिकारियों के साथ काबुल से उड़ान भरी. सूत्रों ने बताया कि कर्मचारियों को हवाईअड्डे के सुरक्षित इलाकों में सुरक्षा के साथ पहुंचा दिया गया.
इस बीच भारत सरकार ने आपात स्थिति के दौरान तत्काल वीजा देने के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए नई श्रेणी बनाई है. इसका नाम ई इमरजेंसी एक्स मिस्क वीजा रखा गया है.
इसके लिए ऑनलाइन माध्यम से अप्लाई किया जा सकेगा और सरकार इन वीजा आवेदनों का जल्द से जल्द निपटारा करेगी. इस संबंध में गृह मंत्रालय ने कहा है कि वीजा प्रावधानों की समीक्षा की गई है.