उत्तराखंडप्रदेश

यहां अब होमगार्ड भी होंगे एसएलआर से लैस, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर

पुलिस के हमसफर होमगार्ड भी अब थ्री-नॉट-थ्री के बदले एसएलआर से लैस होंगे। इसके लिए पुलिस मुख्यालय से ऊधमसिंह नगर जिले के होमगार्ड्स को पांच सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर ) उपलब्ध कराए गए हैं। ट्रेनिंग सेंटर में उन्हें समय-समय पर एसएलआर चलाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। 

हर चौराहे पर यातायात व्यवस्था की ड्यूटी हो या फिर शांति और कानून व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी, पुलिस कर्मियों के साथ होमगार्ड भी कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं। इसके चलते वह पुलिस फोर्स का अहम हिस्सा बन चुके हैं। ऊधमसिंह नगर की बात करें तो यहां 550 होमगार्ड हैं। जिनकी समय-समय पर पुलिस के साथ ही अन्य सरकारी कार्यालयों में भी ड्यूटी लगी रहती है। 

हालांकि पुलिस आधुनिक शस्त्रों से लैस होने के साथ ही उन्हें चलाने में भी प्रशिक्षित होती है, लेकिन होमगार्ड के पास अब तक केवल लाठी ही रहती थी। लेकिन अब उन्हें एसएलआर चलाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके लिए पीएचक्यू से होमगार्ड कार्यालय ऊधमसिंह नगर को पांच एसएलआर भी मिली हैं। जिले में तैनात सभी होमगार्ड को इन्हें चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

थ्री-नॉट-थ्री के बदले होंगे एसएलआर

होमगार्ड की चुनाव में भी ड्यूटी रहती है। सुरक्षा और कानून व्यवस्था को देखते वह चुनाव ड्यूटी में थ्री-नॉट-थ्री से लैस रहते हैं। एसएलआर प्रशिक्षण के बाद भविष्य में वे चुनाव ड्यूटी के दौरान एसएलआर से लैस दिखेंगे।  

ट्रेनिंग में दिया जाता था थ्री-नॉट-थ्री का प्रशिक्षण

ट्रेनिंग के दौरान शहरी होमगार्ड का 57 और ग्रामीण होमगार्ड का 42 दिन का बेसिक प्रशिक्षण होता है। पूर्व में उन्हें थ्री-नॉट-थ्री से प्रशिक्षित किया जाता था, जो अब काफी पुराने हो चुके हैं। ऐसे में थ्री-नॉट-थ्री के मरम्मत को सामान भी नहीं मिलता है।  

 

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