हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में हुई मूसलाधार बारिश पहाड़ी पर हुआ एक बार फिर भूस्खलन
हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी मूसलाधार बारिश का क्रम जारी है. मंडी, कुल्लू में अलसुबह से बारिश हो रही है. बिलासपुर के अलावा, धर्मशाला में भी हल्की बारिश हो रही है. इसके अलावा प्रदेश के कई इलाकों में मौसम खराब बना हुआ है.
शनिवार से प्रदेश के मैदानी और मध्य पर्वतीय जिलों में भारी बारिश और अंधड़ का येलो अलर्ट जारी किया गया है. 21 से 23 अगस्त तक के लिए चेतावनी जारी की गई है. प्रदेश भर में 25 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है.
इससे पहले गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल सांगला के बटसेरी की गुंसा पहाड़ी पर एक बार फिर भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन के दौरान छितकुल से सांगला की ओर आ रहे
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के चार वाहनों में सवार जवान पत्थरों की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए. वाहनों को आंशिक नुकसान हुआ है. घटना के वक्त 40 मजदूरों, सांगला पुलिस और होमगार्ड के जवानों ने भी भागकर जान बचाई.
हिमाचल में इस साल मानसून 13 दिन पहले पहुंच गया था, लेकिन अब भी सूबे में 17 फीसदी कम पानी बरसा है. कुल्लू को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है. कुल्लू में अभी तक 446.2 एमएम बारिश हुई है जो सामान्य से 28% अधिक है.
प्रदेश में 15 अगस्त तक 523.1 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, जबकि 431.8 एमएम पानी बरसा है. यह सामान्य से 17 फीसदी कम है. अब भी सूबे में करीब एक महीने तक मानसून रहेगा.
वहीं, & अगस्त को लाहौल स्पीति में संसारी-किलार-थिरोट-तादीं सड़क पर 90 फीट बेली ब्रिज (डीएसबीबी एसडी) के रखरखाव कार्य करना है. किलार की ओर सभी तरह का यातायात रोक दिया जाएगा
हिमाचल प्रदेश में 13 से 19 अगस्त के दौरान 75 फीसदी कम बादल बरसे. इस एक सप्ताह के दौरान 15.9 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई, जबकि इस अवधि में 62.5 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है.
मानसून सीजन के दौरान अभी तक सामान्य से 22 फीसदी कम बादल बरसे हैं. कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर और शिमला जिला में सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि अन्य जिलों में सामान्य से कम बादल बरसे हैं.