बिहार : आकाश यादव को एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने पार्टी में किया शामिल
बिहार में छात्र RJD के अध्यक्ष पद से हटाए जाने से नाराज चल रहे आकाश यादव ने आज लोक जनशक्ति पार्टी ज्वाॅइन कर ली. आकाश यादव को एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस ने पार्टी में शामिल कराया.
उन्हें पार्टी में आते ही बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. आकाश यादव को एलजेपी छात्र का अध्यक्ष बनाया गया है. आकाश यादव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री और एलजेपी अध्यक्ष पशुपति पारस जी ने एक कार्यकर्ता के दर्द को समझा है.
उन्होंने मुझे काम करने का मौका दिया. मुझे जिस तरह से छात्र आरजेडी से हटाया गया, व्ह ग़लत था. राजनीति को कलंकित करने का काम हुआ है. तेजस्वी यादव अगर मुझे हटाना चाहते थे, तो मुझे बुलाकर समझाते. आज ये दिन नहीं देखना पड़ता.
एलजेपी में आने के फ़ैसले और तेजप्रताप यादव की सहमति पर उन्होंने कहा, ‘यह मेरा खुद का फैसला है. मैं आज़ाद युवा हूं, युवा यादव के प्रति आरजेडी का रवैया ख़राब है. इसलिए मैंने ये फ़ैसला लिया.’
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि ‘आकाश यादव की पार्टी में आने से युवाओं को मजबूती मिलेगी. इसके साथ ही उन्होंने चिराग पासवान पर निशाना साधा है और कहा है कि वह रास्ते से भटके हुए युवा हैं. एलजेपी सांसद प्रिंस राज ने कहा कि आकाश में संघर्ष किया है.’
आकाश यादव को LJP में छात्र इकाई का अध्यक्ष बनाया गया है. RJD से बाहर होने के बाद जिस तरह आकाश यादव बिहार के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद और तेजस्वी यादव पर हमला बोल रहे थे, उससे ये साफ़ ज़ाहिर हो रहा था कि उनके पीछे तेज प्रताप पूरी मज़बूती के साथ खड़े हैं.
और अब आकाश के LJP में जाते ही ये आशंका जताई जा रही है कि RJD से कुछ और लोग भी LJP का दामन थाम सकते हैं. लेकिन, आकाश यादव के बहाने तेज प्रताप ने जो दांव खेला है, उसे RJD में सबसे बड़ी बग़ावत वाले दांव के रूप में देखा जा रहा है.
बता दें कि हाल ही में आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने आकाश यादव को युवा आरजेडी अध्यक्ष पद से हटा दिया था और उनकी जगह गगन कुमार को छात्र राजद का अध्यक्ष बनाया था.
जिसके बाद तेज प्रताप ने जमकर जगदानंद सिंह पर गुस्सा निकाला था. छात्र आरजेडी अध्यक्ष पद से आकाश यादव को हटाए जाने से तेजप्रताप यादव इतने नाराज हो गए थे
कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पर कार्रवाई की मांग कर दी थी. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वे कोर्ट जाएंगे और जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक पार्टी के किसी गतिविधि में शामिल नहीं होंगे.