पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हो रही लगातार बारिश से गोरखपुर में बढ़ा बाढ़ का खतरा
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हो रही लगातार बारिश से नदियां उफनाई हैं. गोरखपुर में राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. तटवर्ती गांव पानी में डूब चुके हैं, लोगों का काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
हालात यहां तक पहुंचे चुके हैं कि, लोगों को एक जगह से दूसरी जगह तक जाने के लिए नावों का सहारा लेना पड़ रहा है. स्थानीय निवासियों का कहना है कि, तकरीबन 300 से 400 घर जलमग्न हैं.
Gorakhpur | People face difficulties as water level of Rapti river rises above danger level. Nearby villages have been submerged in water.
— ANI UP (@ANINewsUP) August 27, 2021
"People are only able to use boats as a medium of travel. Nearly 300-400 houses are submerged in water," says Vishal, a local pic.twitter.com/B355kD103V
गोरखपुर में बाढ़ और बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है. बाढ़ ने जहां 135 गांवों और 1.52 लाख लोगों की प्रभावित किया है. वहीं बारिश के कारण राप्ती, घाघरा और रोहिन के साथ सहायक नदियां भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है.
यही वजह है कि नदियों का जल स्तर बढ़ने से लोगों की दुश्वारियां भी बढ़ गई हैं. राप्ती लगातार खतरे के निशान से ऊपर बहने के साथ चढ़ाव पर बनी हुई है. यही वजह है
कि प्रभावित गांवों की संख्या और आबादी तेजी से बढ़ रही है. गोरखपुर में राप्ती, घाघरा के साथ रोहिन भी चढ़ाव पर है. इसके साथ ही गोर्रा और आमी नदी भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है.