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मध्य प्रदेश : बिजली कटौती को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी सरकार पर किया हमला

मध्य प्रदेश में गहराए बिजली संकट को लेकर सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. बिजली कटौती को लेकर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर बड़ा हमला बोला है.

दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि बड़ी विडंबना है, वर्षा ऋतु में हाइडल प्रोजेक्ट से पूरी बिजली पैदा होती है, कृषि की मांग नहीं है. मध्यप्रदेश में आवश्यकता से ज्यादा बिजली उत्पादन की क्षमता है. फिर कटौती क्यों हो रही है, समझ से परे है. बंटाधार कौन?

दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद कांग्रेस , बीजेपी पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में 8 से 10 घंटे तक बिजली की कटौती हो रही है राज्य में 18 साल से पहले से ज्यादा के बदतर हालात हो गए हैं

और यह जवाब आना चाहिए कि, बंटाधार कौन? एक अन्य ट्विट में दिग्विजय ने लिखा- बिजली कटौती से हाहाकार-अंधेरा लाई शिवराज सरकार.

बिजली कटौती और बंटाधार जैसे शब्दों के गूंजने पर सियासत तेज है. बीजेपी ने भी कांग्रेस पर हमला बोला है. बीजेपी नेता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि बंटाधार कांग्रेस की संस्कृति रही है.

बिजली पानी सड़क को लेकर तात्कालिक परिस्थितियां बनी है, जिसका जल्द समाधान हो जाएगा. 2003 से लेकर अब तक प्रदेश में विकास का नया मॉडल गड़ा है और 2023 के चुनाव में जनता कांग्रेस को इसका जवाब देगी.

वहीं दूसरी तरफ अघोषित बिजली कटौती और संकट से जूझ रहे प्रदेश को हाइडल पावर से राहत मिला शुरू हो गई है. प्रदेश के हाइडल पावर प्लांट से करीब 17 सौ मेगावाट बिजली मिल रही है.

एनएचडीसी के इंदिरा सागर को 1036 मेगावाट और ओमकारेश्वर को 520 मेगा वाट के फुल लोड पर चला कर सौ बिजली उत्पादन किया जा रहा है.

प्रदेश में बीते गुरुवार को पीक आवर में 10236 मेगावाट की बिजली आपूर्ति हुई है। ये आपूर्ति बुधवार के मुकाबले करीब 1000 मेगा वाट ज्यादा रही है और इस आपूर्ति को पूरा करने में हाइडल पावर का बड़ा योगदान रहा है.

मतलब साफ है अब तक पानी की कमी के कारण हाइडल पावर प्लांट को शुरू नहीं किया गया था, लेकिन प्रदेश में बिजली संकट को लेकर छिड़ी सियासत के बाद अब हाइडल पावर से

बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है. लेकिन बिजली कटौती को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस में बंटाधार शब्द के इस्तेमाल के जरिए एक दूसरे की घेराबंदी जरूर तेज हो गई है.

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