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राजस्थान में कई इलाकों में मूसलाधार बारिश से हाहाकार

मानसून की बेरुखी झेल रहे राजस्थान में यह एक बार फिर से सक्रिय हुआ है. मानसून की मेहरबानी के चलते बुधवार को कई इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई. राजधानी जयपुर, सीकर, बीकानेर, चित्तौड़गढ़, श्रीगंगागनर के सूरतगढ़्र, करौली के हिंडौन और भरतपुर में बादल जमकर बरसे.

उसके बाद इन इलाकों में मौसम में ठंडक घुल गई. इससे पहले चित्तौड़गढ़ जिले में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत और तीन भेड़ पालक घायल हो गये. इस हादसे में 50 भेड़ें भी अकाल मौत का शिकार हो गईं. गुरुवार को मौसम पूरी तरह से खुला हुआ है. जयपुर में उमस ने लोगों को परेशान कर रखा है.

बारिश के बावजूद किसानों का कहना है कि अब उन्हें इसका कोई बहुत ज्यादा फायदा नहीं होने वाला है. बारिश में लंबा अंतराल आ जाने से फसलों में खराबा हो गया है. उसमें सुधार की गुंजाइश अब कम है.

कृषि विभाग के अनुमान के मुताबिक बारिश की बेरुखी के कारण राज्यभर में अब तक करीब 15 लाख हेक्टेयर की फसलें प्रभावित हुई हैं. कई फसलों में तो 100 फीसदी तक का खराबा हो गया है. विभाग खराबे के जिलेवार आंकड़े जुटाने में लगा है.

बुधवार को दोपहर बाद जयपुर में जोरदार बारिश हुई. कई जगह सड़कें दरिया बनी नजर आई. वहीं सीकर में सुबह जिला मुख्यालय समेत कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. बीकानेर में भी लंबे इंतजार बाद बदरा बरसे.

श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ और करौली जिले के हिण्डौन कस्बे में करीब एक-एक घंटे मूसलाधार बारिश हुई. हिण्डौन में जोरदार बारिश से कई बाजार और निचले इलाकों पानी भर गया. बारिश के बाद नदी, नाले, तालाब और बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई. भीलवाड़ा में हल्की बूंदाबादी हुई.

पूर्वी राजस्थान में भरतपुर में कल सुबह से ही मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा. सुबह के बाद कई दौर में रुक रुककर बारिश होती रही. देर शाम होते ही मौसम ने एक बार फिर ली करवट और

भरतपुर शहर समेत जिलेभर के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई. राजसमंद के देवगढ़ उपखंड के मियाला पंचायत के शकरगढ़ गांव में एक मकान पर आकाशीय बिजली गिर गई, जिससे वह क्षतिग्रस्त हो गया.

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