एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन IATA ने इस संबंध में सितंबर में आंकड़े जारी किए
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (आइजीआइ) बेहतर सेवाओं और सुविधाओं के चलते देश के साथ ही विदेशी सैलानियों की भी पहली पसंद बना हुआ है। विदेश से भारत आने वाले 46 फीसद यात्री आइजीआइ एयरपोर्ट पर उतरते हैं। यह संख्या देश के अन्य एयरपोर्ट पर आने वाले विदेशी यात्रियों से काफी ज्यादा है।क्या कहते हैं आंकड़े
एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आइएटीए) ने इस संबंध में सितंबर में आंकड़े जारी किए, जिसके मुताबिक विश्व भर से ई-टूरिस्ट वीजा पर 46 फीसद विदेशी सैलानी आइजीआइ एयरपोर्ट पर आए। यह आंकड़ा दूसरे स्थान पर रहे मुंबई एयरपोर्ट से ढाई गुना से ज्यादा है। इस दौरान मुंबई में 17 फीसद विदेशी यात्री उतरे, जबकि गोवा एयरपोर्ट पर 10 फीसद और चेन्नई एयरपोर्ट पर 6 फीसद विदेशी सैलानी उतरे।
IGI एयरपोर्ट देश का गेटवे है
वर्ष 2017 में एक करोड़ 18 लाख विदेशी भारत आए थे। वर्ष 2016 के मुकाबले यह संख्या 15.6 फीसद अधिक है। वर्ष 2017 में ई-टूरिस्ट वीजा पर भारत आने वाले विदेशियों की संख्या में 57.2 फीसद का इजाफा हुआ है। विश्वस्तरीय सेवाएं मिलने के कारण विदेशी यात्री आइजीआइ एयरपोर्ट को प्राथमिकता देते हैं। यह एयरपोर्ट देश का गेटवे है। यहां से 53 विदेशी और 11 घरेलू कुल 64 एयरलाइंस अपनी सेवाएं दे रही हैं। यहां से विश्व भर के 141 जगहों के लिए उड़ानों का संचालन किया जाता है। इस एयरपोर्ट पर सबसे ज्यादा कनेक्टिंग फ्लाइट की सुविधा भी है।
एक अधिकारी ने बताया कि आइजीआइ एयरपोर्ट से एशिया के 26 गंतव्य, यूरोप के 17, मध्य पूर्व के 14, उत्तरी अमेरिका के 7 और अफ्रीका व ऑस्ट्रेलिया के दो गंतव्यों के लिए सीधी (नॉन स्टॉप) उड़ान सेवा उपलब्ध है। आइजीआइ एयरपोर्ट पर खान-पान और यात्री सुविधाओं की उत्तम व्यवस्था है। इमिग्रेशन काउंटर भी अधिक हैं।