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मुख्यमंत्री का जनपद गोरखपुर भ्रमण

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज सर्वोदय किसान पी0जी0 कॉलेज, कौड़ीराम, जनपद गोरखपुर में बाढ़ राहत खाद्यान्न किट का वितरण किया। इसमें 10 किग्रा0 चावल, 10 किग्रा0 आटा, 10 किग्रा0 आलू, 2 किग्रा0 दाल, 1 लीटर रिफाइण्ड, 500 ग्राम नमक, मसाले, दिया-सलाई, बरसाती, लाई-भूजा इत्यादि शामिल हैं। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों से संवाद किया। मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ की इस त्रासदी में सभी बाढ़ पीड़ितों के प्रति सरकार की पूरी सहानुभूति एवं संवेदना है। पिछले 15 दिनों से पूर्वी उ0प्र0 मंे भारी बारिश के कारण लगभग 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। गोरखपुर जनपद के 304 गांव की लगभग सवा दो लाख आबादी बाढ़ की चपेट में है। उन्होंने कहा कि राप्ती नदी खतरेे के निशान से लगभग ढाई मीटर ऊपर बह रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि बाढ़ से राहत एवं बचाव के लिये पूरी तत्परता एवं प्रतिबद्धता के साथ कार्य करा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस विधान सभा क्षेत्र में नौकाओं की व्यवस्था, एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0, पी0ए0सी0 की फ्लड यूनिट पर्याप्त संख्या में लगाई गयी हैं। हमारा प्रयास है कि हर पीड़ित परिवार को शासन की अनुमन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध हो। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि किसी का मकान क्षतिग्रस्त होता है तो पीड़ित परिवार को 95 हजार रुपये तत्काल उपलब्ध कराये जायें। नदी की धारा में जो पक्का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है, उस व्यक्ति को तत्काल मुख्यमंत्री आवास योजना से आवास उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनहानि होने पर आपदा राहत मद से 04 लाख रुपये की राशि पीड़ित परिवार को तत्काल उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने किसान की आपदा से दुःखद मृत्यु होने पर किसान के परिवार को 05 लाख रुपये मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा से प्रदान करने के आदेश दिये। उन्होंने कहा कि सर्पदंश से किसी की दुःखद मृत्यु होती है तो पीड़ित परिवार को तत्काल 04 लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जाए। किसी पशुपालक के पशु के बाढ़ की चपेट में आने पर उसे भी तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। जो बाढ़ प्रभावित लोग अपने घरों से बाहर रह रहे हैं उन्हें भोजन के पैकेट उपलब्ध कराये जायें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रशासन को निर्देश दिये गये हैं कि अभी से किसानों की क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वे कर लें ताकि उनकी फसलों के नुकसान का मुआवजा समय से उनके खाते में उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी एवं राज्य सरकार की यही मंशा है कि बाढ़ की विभीषिका के समय कोई व्यक्ति अपने आपको असहाय महसूस न करें, प्रभावित लोगों की सहायता के लिए हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बरसात के समय गांवों में पानी आने के कारण वहां तमाम प्रकार की बीमारियों का खतरा रहता है इसके लिये क्लोरीन की टैबलेट गांव में वितरित करने की व्यवस्था की गयी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लोगों को इस बात के लिये जागरूक करंे कि पानी का सेवन उबाल कर करें। बरसात के कारण सांप, बिच्छू आदि का भय होता है, इसके लिए पहले से एण्टी स्नेक वेनम इन्जेक्शन तथा जंगली जानवर व कुत्ते के काटने पर एण्टी रेबीज वैक्सीन हर जगह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये गये हैं। डायरिया के लिए ओ0आर0एस0 के पैकेट उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ के स्थायी समाधान की ओर सरकार अग्रसर है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, फॉगिंग, डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करते हुए प्रभावित व्यक्तियों को दवा उपलब्ध कराएं तथा आवश्यकतानुसार उन्हें हॉस्पिटल तक पहुंचाने की व्यवस्था करें। गांव में साफ-सफाई की विशेष व्यवस्थाएं की जाएं, जिससे बीमारी को समय रहते नियंत्रित किया जा सके। इस अभियान में सभी को आगे आने की आवश्यकता है, क्योंकि स्वच्छता से ही बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पर्व एवं त्यौहार का आनन्द तभी होगा, जब हम सभी स्वस्थ्य एवं सुखी होेंगे।  
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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