प्रयागराज में अब तक हुई 47 लोगों में डेंगू की पुष्टि
संगम नगरी प्रयागराज में गंगा यमुना नदियों आई बाढ़ से राहत मिलने के बाद अब डेंगू तेजी से अपने पांव पसार रहा है. प्रयागराज में अब तक 47 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जिसमें शहरी क्षेत्र में 33 और ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू के 14 मरीज मिले हैं.
इनमें से एक दर्जन से ज्यादा मरीज अब तक स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हो चुके हैं, जबकि पांच डेंगू संक्रमित मरीजों का अलग-अलग सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
सीएमओ डॉ नानक सरन के मुताबिक डेंगू संक्रमित एक मरीज एसआरएन अस्पताल में, एक प्रीती नर्सिंग होम, एक नाजरेथ और दो बेली अस्पताल में भर्ती हैं.
सीएमओ के मुताबिक जिले में डेंगू से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है. सीएमओ के मुताबिक अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाये गए हैं और दवाइयों का भी पूरा इंतजाम किया गया है.
इसके साथ ही प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ने पर ब्लड बैंक को तैयार रहने को कहा गया है. इसके साथ ही मलेरिया विभाग और नगर निगम की टीमें मिलकर फागिंग करा रही हैं. उनके मुताबिक डेंगू का संक्रमण एडीज मच्छर काटने से फैलता है और यह साफ पानी में पनपता है. इसलिए मच्छर के लार्वा को भी नष्ट कराया जा रहा है.
इसके साथ ही लोगों को अपने आस-पास पानी न जमा होने देने के लिए जागरुक भी किया जा रहा है. सीएमओ ने घरों में कूलर, टायर और गमले में पानी जमा न होने देने की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि अगर घर में कहीं पर पानी जमा है तो उसमें केरोसीन आयल डाल दें, ताकि मच्छर के लार्वा न पनपने पाएं। इसके साथ ही बीपीएल कार्ड धारकों के लिए जिले में 9000 मासक्यूटो नेट यानि मच्छरदानी भी मंगाई गई है. सीएमओ के मुताबिक जिन इलाकों से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं, उन इलाकों में दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है.
इसके साथ ही बीपीएल परिवारों को मच्छरदानी भी दी जा रही है. सीएमओ के मुताबिक डेंगू में 95 फीसदी मरीज ठीक हो जाते हैं, जबकि पांच फीसदी मरीज ही गम्भीर होते हैं, जिन्हें प्लेटलेट्स देने की आवश्यकता पड़ती है.
उनके मुताबिक डेंगू की रोकथाम के लिए 16 टीमें नगर क्षेत्र में भ्रमण कर रही हैं. इसके साथ ही सीएचसी स्तर पर भी 10 टीमें लगाकर सर्वे कराया जा रहा है. जिस इलाके से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं, उन स्थानों पर संक्रमण न फैले इसके लिए जरूरी कदम भी उठाये जा रहे हैं.