दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश की वजह से तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री नीचे पहुंचा
दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार शाम से हो रही भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में जलजमाव हो गया है. यही नहीं, इस दौरान भारी बारिश के चलते इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के कुछ हिस्सों में पानी भर गया है.
इस वजह से चार घरेलू और एक इंटरनेशनल फ्लाइट को डायवर्ट किया गया है. वहीं, जलजमाव के कारण कई जगह वाहन फंस जाने से ट्रैफिक जाम की समस्या खड़ी हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज पूरे दिन बादल छाए रहने के साथ भारी बारिश जारी रहेगी.
मौसम विभाग ने बारिश को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच तापमान में गिरावट आयी है. दिल्ली का तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री नीचे पहुंच गया है.
बहरहाल, भारी बारिश की वजह से दिल्ली के मोती बाग, आरकेपुरम, महिपालपुर, मधु विहार, खानपुर-देवली, मुनरिका समेत कई इलाकों में जलजमाव होने से ट्रैफिक जाम हो गया है.
यही नहीं, इस दौरान कुछ जगह से बस और ऑटो के भी पानी में फंसने की खबरें आ रही हैं. इसके अलावा कई जगह मेट्रो स्टेशन के बाहर जलजमाव की वजह से लोग परेशान हैं.
वहीं, मौसम विभाग ने दिल्ली के साथ फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, मोदीनगर, हापुड़, बुलंदशहर के आसपास क्षेत्रों में 20-40 किमी/ घंटे की गति की हवा चलने के साथ मध्यम से भारी बारिश की संभावना बताई है.
जबकि दिल्ली-एनसीआर और यूपी के अलावा आज यानी 11 सितंबर को पश्चिमी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश देखने को मिल सकती है. वहीं, मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़, मराठवाड़ा, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कोंकण और गुजरात के हिस्सों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी किया है.
बता दें कि दिल्ली में बारिश ने 18 साल का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. इस साल के मानसून सीजन में अब तक 1100 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. ऐसा साल 2010 के बाद पहली बार है कि जब दिल्ली में बारिश ने मानसून में 1000 मिमी का आंकड़ा पार किया है
मौसम परिस्थितियों में हो रहे बदलाव और हिंद महासागर में दो मौसमी परिस्थितियों के सक्रिय होने का असर दिल्ली ही नहीं बल्कि उत्तर भारत और मध्य भारत के राज्यों में देखने को मिल रहा है. आमतौर पर जुलाई-अगस्त में होने वाली भारी बारिश सितंबर माह में खूब देखने को मिल रही है.
#WATCH | Buses stuck amid waterlogged roads following heavy rains in the National Captial; visuals from Madhu Vihar area. pic.twitter.com/3TyZJWxAix
— ANI (@ANI) September 11, 2021
राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वैज्ञानिक मानते हैं कि अभी 10 दिनों तक बारिश की संभावना बनी हुई है. मौसमी परिस्थितियों में लगातार बदलाव की वजह से 16 सितंबर से दिल्ली समेत समूचे उत्तर भारत में बारिश की उम्मीद बनी हुई है.
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय हिंद महासागर में दो मौसमी परिस्थितियां सक्रिय हैं. इनको हिंद महासागर द्विध्रुव (इंडियन ओशन डाइपॉल) व मैडेन जूलियन ऑसीलेशन (एमजेओ) नाम से जाना जाता है.
इनकी वजह से ही दिल्ली समेत उत्तर भारत की मानसूनी बारिश प्रभावित हो रही हैं. इससे समूचे उत्तर भारत में सामान्य से अधिक वर्षा हो रही है. आने वाले दिनों में भी इसलिये इसका सिलसिला जारी रहेगा. मौसम विज्ञानियों का अनुमान यह कि पिछले सालों की तुलना में इस बार नया रिकॉर्ड भी स्थापित हो सकता है.