कांग्रेस सिविल सोसाइटी के साथ मिलकर 2024 तक आंदोलन की बना रही योजना
मोदी सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस सिविल सोसाइटी और अन्य संगठनों के साथ मिलकर 2024 तक आंदोलन की योजना बना रही है. सोनिया गांधी द्वारा गठित कमेटी की पहली बैठक में प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं. बैठक में 2024 तक महंगाई, बेरोज़गारी, पेगासस, आर्थिक बदहाली और किसानों के मुद्दे पर सड़क पर उतरने की रणनीति भी बनी.
अन्ना आंदोलन के समय जिस तरह से बीजेपी ने यूपीए के ख़िलाफ़ माहौल तैयार किया उसी तर्ज पर अब मोदी सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने के लिए कांग्रेस ने कमर कस ली है.
मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ 2024 तक लगातार धरना प्रदर्शन करने की योजना और रणनीति बनाने के लिए दिग्विजय सिंह की अध्यक्षता में गठित कमेटी की पहली बैठक में ये फैसला हुआ.
बैठक में तय किया गया कि सामाजिक संगठनों और सिविल सोसाइटी की मदद से मोदी सरकार के खिलाफ जनमत तैयार किया जाएगा. कांग्रेस न सिर्फ सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी बल्कि जनमत भी तैयार करेगी.
बैठक के बाद इस कमेटी के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा किसिविल सोसाइटी और बाकी सबको एंगेज करेंगें. दिग्विजय ने कहा कि चर्चा के बाद अपनी कार्ययोजना की रिपोर्ट कमेटी जल्दी ही सोनिया गांधी को देगी जिसके बाद कार्यक्रम तय किए जाएंगे.
इस सवाल पर की क्या यूपीए के समय जैसे अन्ना आन्दोलन का फायदा विपक्ष ने उठाया था, आज कांग्रेस वही कोशिश कर रही है? दिग्विजय ने कहा कि ‘अन्ना शरीफ आदमी हैं उनका आरएसएस ने दुरुपयोग किया, सबने किया”.
मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ देशव्यापी प्रदर्शन के लिए बनी कमेटी की पहली बैठक में सदस्य उदित राज ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव दिया साथ ही EVM की मुख़ालफ़त भी जारी रखने की सलाह दी.
बैठक में प्रियंका गांधी ने भी हिस्सा लिया. कमेटी के एक सदस्य उदित राज ने इस लड़ाई के लिए राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने और ईवीएम का विरोध ज़ारी रखने की वकालत की.
बैठक में किसान आंदोलन,आर्थिक मोर्चे पर खराब हालात, महंगाई,जसूसी सहित जनता से जुड़े सभी मुद्दों पर तुरंत सड़क पर उतर कर जनता की आवाज़ बनने की रणनीति बनाई गई.