स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 4 अक्टूबर से खुलेंगे केरल में स्कूल
केरल में कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के साथ ही, राज्य में कॉलेज भी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए एक साल से अधिक समय के बाद 4 अक्टूबर से फिर से खोल दिए जाएंगे.
हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के जॉइंट सेक्रेटरी सजुकुमार ने एक आदेश में कहा कि डिग्री और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज के फाइनल सेमेस्टर की कक्षाएं कोविड-19 स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए शुरू की जाएंगी.
आदेश में कहा गया है कि, “उच्च शिक्षा विभाग के तहत आने वाले सभी संस्थान 4 अक्टूबर से काम करना शुरू कर देंगे.” फाइनल ईयर के पीजी कोर्सेज पूरी उपस्थिति के साथ आयोजित किए जाएंगे,
जबकि फाइनल ईयर के डिग्री कोर्सेज के लिए उपस्थिति 50 प्रतिशत होगी. इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि कॉलेजों में उपलब्ध स्थान के अनुसार कॉलेज परिषदों द्वारा क्लासेज की टाइमिंग तय की जाएगी.
साइंस सब्जेक्ट के लिए प्रैक्टिकल क्लासेज को महत्व दिया जाएगा, आदेश में ये भी कहा गया है कि अन्य सेमेस्टर के लिए कक्षाएं ऑनलाइन जारी रहेंगी.
आदेश के मुताबिक, “क्लासेज, लाइब्रेरी और लैब्स को कक्षाएं शुरू होने से पहले अच्छी तरह से सैनिटाइज किया जाना अनिवार्य है और इसके लिए संस्थान संबंधित लोकल सेल्फ गवर्नमेंट बॉडी, हेल्थ वर्कर या एनजीओ से सहायता ले सकते हैं, ”
इसके साथ ही राज्य सरकार ने संबंधित इंस्टीट्यूशनल हेड्स से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि छात्र सख्त कोविड-19 स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करें. आदेश में कहा गया है, “संस्थानों को पर्याप्त संख्या में मास्क, सैनिटाइजर और हाथ धोने की सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी.”
संस्थानों को छात्रों और कर्मचारियों के लिए टीकाकरण अभियान की व्यवस्था करने के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करने का भी निर्देश दिया गया है. गौरतलब है कि 7 सितंबर को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने घोषणा की थी
कि टेक्निकल, पॉलिटेक्निक और मेडिकल सहित सभी हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स को फाइनल ईयर के छात्रों के लिए 4 अक्टूबर से कार्य करने की अनुमति दी जाएगी.
हालांकि, उन्होंने कहा था कि संस्थानों को फिर से खोलना इस शर्त के अधीन होगा कि सभी फाइल ईयर के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को कम से कम टीकाकरण की पहली खुराक मिले.