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कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ बनाकर रखा जाए। प्रदेश में संक्रमण तेजी से कम हो रहा है, किन्तु यह अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए यह अतिरिक्त सतर्कता एवं सावधानी बरतने का समय है। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 08 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 23 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 159 है।
जनपद अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, चन्दौली, चित्रकूट, फतेहपुर, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, कानपुर देहात, कासगंज, लखीमपुर खीरी, महोबा, मैनपुरी, मीरजापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, संतकबीर नगर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर, सीतापुर और उन्नाव में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.8 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 2,00,294 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 07 करोड़ 83 लाख 43 हजार 284 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में कोविड टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है। राज्य में गत दिवस तक 10 करोड़ 52 लाख 16 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले चुके लोग समय से दूसरी डोज लें, इसके लिए उन्हें प्रेरित किया जाए।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि केन्द्र व राज्य सरकार के समन्वित प्रयासों से प्रदेश में अब तक 459 ऑक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील हो चुके हैं। मुख्यमंत्री जी ने इन प्लाण्टों के सफल एवं प्रभावी संचालन के लिए पर्याप्त संख्या में तकनीशियनों का प्रशिक्षण कराकर उनकी तैनाती करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शेष निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लाण्टों की स्थापना की कार्यवाही तेजी से की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने जनपद आजमगढ़, सहारनपुर और अलीगढ़ में स्थापित हो रहे राज्य विश्वविद्यालयों के संचालन की कार्यवाही आगे बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुलपति की नियमित नियुक्ति होने तक सम्बन्धित मण्डलायुक्त को कुलपति का प्रभार देकर अग्रेतर कार्यवाही प्रारम्भ की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी किसानों के आधार सत्यापन आदि से जुड़ी समस्याओं का तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत पात्र किन्तु अब तक वंचित किसानों को इसका लाभ शीघ्रता से दिलाया जाए।
जनपद आजमगढ़ के मुबारकपुर क्षेत्र में दूषित जल के सेवन के कारण डायरिया से प्रभावित हुए लोगों के स्वास्थ्य की समुचित देखभाल के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोगों को स्वच्छ पानी पीने के लिए जागरूक किया जाए। लोगों को पानी को उबालकर और छानकर पीने के समबन्ध में जागरूक किया जाए।

एमिटी जैसे बड़े संस्थान खोलेंगे पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज

प्रदेश में 16 जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए सरकार की आकर्षक नीति की वजह से एमिटी जैसे कई बड़े संस्थानों ने पहल की है। इन जिलों में मेडिकल कॉलेज बनने से आम लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग ने पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए पांच नवंबर तक आवेदन मांगे हैं। विभाग की ओर से http://etender.up.nic.in वेबसाइट पर टेंडर जारी कर दिया गया है। सरकार की ओर से निजी निवेशकों को कई तरह की छूट भी दी जा रही है।

            चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 16 जिलों में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए कैबिनेट की मुहर लगने के बाद हाल ही में नीति जारी की थी और तीन तरह के विकल्प उपलब्ध कराए थे। हर विकल्प के लिए नियम और शर्तें अलग हैं। निजी क्षेत्र के निवेशक अपनी जमीन या सरकारी जमीन पर भी मेडिकल कॉलेज खोल सकते हैं। खास बात यह है कि विभाग ने इन सभी जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए जमीन पहले से चिह्नित कर आरक्षित कर ली है।

            चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए कई बड़े निवेशकों ने इच्छा जाहिर की है। विभाग की ओर से नीति जारी कर दी गई है। निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निविदा प्रक्रिया के तहत निवेशकों का चयन किया जाएगा। सीएम योगी के निर्देश पर पूरी प्रक्रिया को तीव्र गति से पूरा किया जा रहा है।

हर साल मिलेंगे 16 सौ नए डॉक्टर, 10 हजार लोगों को मिलेगी नौकरी

            प्रदेश में 16 जिलों में बनने वाले मेडिकल कॉलेजों से हर साल 16 सौ नए डॉक्टर मिलेंगे। साथ ही इन मेडिकल कॉलेजों में करीब 10 हजार लोगों को नौकरी मिलेगी। इसके अलावा इन मेडिकल कॉलेजों में लोगों के उपचार के लिए करीब छह हजार नए बेड उपलब्ध होंगे। इन मेडिकल कॉलेजों में आम लोगों को भी उच्च स्तरीय सहुलियत मिलेगी।

 सीएम योगी ने इन जिलों में भी मेडिकल कॉलेज खोलने का लिया है संकल्प

            प्रदेश में 16 जिलों बागपत, बलिया, भदोही, चित्रकूट, हमीरपुर, हाथरस, कासगंज, महराजगंज, महोबा, मैनपुरी, मऊ, रामपुर, संभल, संतकबीरनगर, शामली और श्रावस्ती में सरकारी या निजी मेडिकल कॉलेज नहीं हैं। हालांकि इन जिलों में जिला अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी की सुविधा उपलब्ध है। इन जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं में और इजाफा करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर जिले में मेडिकल कालेज का खोलने का संकल्प लिया है।

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