लखीमपुर खीरी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में बड़ी सुनवाई आज
लखीमपुर खीरी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को बड़ी सुनवाई होनी है. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से मामले की स्टेटस रिपोर्ट आज कोर्ट के सामने पेश की जाएगी. शीर्ष अदालत ने 3 अक्टूबर को हुई लखीमपुर हिंसा को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया था
और राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी. रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई घटना के बाद हिंसा भड़क गई थी. इस दौरान कुल 8 लोगों की मौत हुई थी. इनमें चार किसान, एक पत्रकार, भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यकर्ता और एक ड्राइवर का नाम शामिल है.
राज्य सरकार की तरफ से शुक्रवार को अदालत के सामने पेश की जाने वाली रिपोर्ट में मामले में अब तक की गई कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा होगा. साथ ही इसमें मृतकों, पीड़ितों और आरोपियों के नाम का भी जिक्र किया जाएगा.
यूपी सरकार की तरफ से सभी मृतकों को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है. साथ ही मृतक के एक परिजन को नौकरी देने का भी वादा किया गया है. कांग्रेस ने भी चार किसान और पत्रकार को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने का फैसला किया है.
राज्य सरकार की तरफ से दी जाने वाली रिपोर्ट में मुआवजा राशि और जांच के लिए गठित आयोग समेत सभी फैसलों की जानकारी होगी. इसके अलावा पुलिस अब तक हुई जांच और
आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर भी कोर्ट के सामने मौजूदा स्थिति साफ करेगी. यूपी पुलिस ने केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के घर के बाहर नोटिस चस्पा किया है, जिसमें उनके बेटे आशीष मिश्रा को 8 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा गया है.
भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्ना के अध्यक्षता वाली बेंच ने शुक्रवार को सुनवाई के लिए मामले को सूचीबद्ध किया था. सुप्रीम कोर्ट की बेंच में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली भी शामिल हैं.
यूपी सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश हुई वरिष्ठ अधिवक्ता गरिमा प्रसाद ने कहा था कि राज्य मामले को लेकर एक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगा, जिसमें उसकी तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी होगी.
जस्टिस सूर्यकांत ने कहा था, ‘हमने सुना है कि 8 लोगों की मौत हुई है, इनमें कुछ किसान थे, इनमें एक पत्रकार था और कुछ अन्य लोग भी थे. हम जानना चाहते हैं कि आरोपी कौन हैं, जिनके खिलाफ आपने FIR दर्ज की है और आपने उन्हें अभी तक गिरफ्तार किया है या नहीं. कृपया इसे भी अपनी स्टेटस रिपोर्ट में शामिल करें.’