जम्मू कश्मीर : सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी ढ़ेर साथ ही एक पुलिसकर्मी हुआ घायल
जम्मू कश्मीर के अनंतनाग और बांदीपुरा जिले में सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने
के बाद सुरक्षा बलों ने अनंतनाग जिले के वेरिनाग इलाके के खागुंड में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था. आतंकवादियों के सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करने से अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया. बल ने भी गोलीबारी का माकूल जवाब दिया.
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया, जबकि एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है. अभियान अब भी जारी है. उन्होंने बताया कि दूसरी मुठभेड़ बांदीपुरा जिले के हाजिन इलाके के गुंडजहांगीर में हुई, जहां लश्कर-ए-तैयबा का एक आतंकवादी मारा गया.
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘ मारे गए आतंकवादी की पहचान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (टीआरएफ) के इम्तियाज अहमद डार के रूप में हुई है. वह शाहगुंड बांदीपुरा में हाल में हुई एक नागरिक की हत्या में शामिल था.’’
An encounter has started at Gundjahangir, Hajin area of Bandipora. Police & Security Forces are on the job. Further details shall follow: Jammu and Kashmir Police
— ANI (@ANI) October 11, 2021
इधर, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने रविवार को जम्मू कश्मीर में छापेमारी के दौरान द रेसिसटेंस फ्रंट के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया. इनके नाम तौसीफ अहमद वानी निवासी बारामुला और फ़ैज़ अहमद खान निवासी अनंतनाग बताए गए हैं.
अब तक की पूछताछ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा और टीआरएफ की नई साजिश का भंडाफोड़ हुआ है. एनआईए के मुताबिक, अपने पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर
ये लोग बड़ी वारदात की साजिश रच रहे थे. इनका मकसद स्थानीय लोगों में भय फैलाना था. रविवार की छापेमारी के दौरान अनेक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पेनड्राइव आदि बरामद हुए.
गौरतलब है कि एनआईए ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, सोपोर और अनंतनाग में 15 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की. यह छापेमारी आतंकवादी गतिविधियों को लेकर की गई थी और इसमें आतंकी पत्रिका ‘वॉइस ऑफ हिंद’ का मामला भी शामिल था.
एनआईए ने पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में जो छापेमारी की थी, उस दौरान इस पत्रिका से जुड़े अनेक लोगों का खुलासा हुआ था और यह भी पता चला था कि आईएसआईएस के आकाओं के इशारे पर पत्रिका का अहम काम जम्मू कश्मीर से भी किया जा रहा था. एनआईए ने इस मामले में गिरफ्तार लोगों से एक आईईडी भी बरामद की थी.