LIVE TVMain Slideदेशबिहार

बिहार : बिजली किल्लत के बीच सीएम नीतीश कुमार का बयान कहा हम आपूर्ति की पूरी कोशिश में लगे

बिहार में लगातार बिजली की किल्लत की खबरें आ रही हैं. सरकार की जरूरत से कम बिजली मिलना इसका मुख्य कारण बताया जा रहा है. बिजली घरों से पर्याप्त बिजली का उत्पादन नहीं होने से बिजली की कमी सामने आ रही है.

बात करें पटना से सटे बाढ़ एनटीपीसी की तो इस पावर ग्रिड की यूनिट 4 से 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन अभी हो रहा है जबकि इसकी उत्पादन क्षमता 1320 मेगावाट है.

बाढ एनटीपीसी की यूनिट 5 से अभी उत्पादन बंद है जो कि 660 मेगावाट उत्पादन करता था. एनटीपीसी बाढ़ के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने बताया की मेंटेनेंस कार्य के कारण यूनिट 5 से उत्पादन बंद है.

दोनों यूनिट से उत्पादन हो रही 1320 मेगावाट बिजली में से 1198 मेगावाट बिजली बिहार सरकार को एनटीपीसी देती है, लेकिन वर्तमान समय में महज 600 मेगावाट ही बिजली दे पा रही है, ऐसे में सरकार के सामने बिजली कि समस्या उत्पन होना लाजमी है.

बात अगर एनटीपीसी ने कोयला स्टॉक की करें तो 4 से 7 दिन का कोयला स्टोर रखा हुआ है. एनटीपीसी में कोयले की कोई कमी नहीं बताई जा रही है. इससे पहले सोमवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी बिजली संकट को लेकर बयान दिया था.

नीतीश कुमार ने कहा था कि बिजली की समस्या है. रिक्वायरमेंट के अनुसार बिजली नहीं मिल रही है और दूसरे जगह से बिजली ज्यादा दामों पर सरकार खरीद कर लोगों को उपलब्ध करा रही है. नीतीश कुमार ने कहा था कि बिजली उत्पादन में कमी आने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है लेकिन जल्द ही स्थिति नार्मल हो जाएगी.

सीएम ने कहा था कि पिछले 5 दिनों में 570 लाख यूनिट बिजली महंगे दाम पर खरीदी गई है जिसकी कुल लागत लगभग 90 करोड़ रुपये है. पिक आवर में 5500-5600 मेगावाट बिजली उपलब्ध हो रही है. सीएम ने कहा था कि बिजली की समस्या है लेकिन हम आपूर्ति की पूरी कोशिश में लगे हैं.

समस्या सिर्फ बिहार की नहीं है बल्कि अन्य जगहों पर भी है. नीतीश कुमार ने कहा था कि कांटी और बरौनी विद्युत केंद्र भी एनटीपीसी के जिम्मे है. बरौनी ताप विद्युत केंद्र के इकाई संख्या 6 और 9 जल्द चालू हो जाएगा.

Related Articles

Back to top button