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उत्तराखंड में मौसम ने ली एक बार फिर से करवट अगले दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट हुआ जारी

उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर से करवट लेना वाला है. राज्य में मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक साबित हुआ है. आज सुबह से ही राज्य के अलग अलग जिलों में बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है.मौसम विभाग द्वारा अगले दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी देहरादून में भी बारिश का क्रम शुरू हो चुका है.

मैदानी इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश का अलर्ट है तो मैदानी इलाकों में भी भारी से भारी बरसात का अनुमान है. चारधाम यात्रा मार्ग पर विशेष रूप से चौकसी बरतने का अलर्ट जारी किया गया है.

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक रविवार और सोमवार को प्रदेश के मैदानी और पर्वतीय इलाको में भारी बारिश हो सकती है. इसके साथ ही कई इलाकों में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है. इसके अलावा रविवार और सोमवार के लिए मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया गया है.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग, पुलिस प्रशासन और सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण,आपदा प्रबंधन विभाग ने इस चेतावनी को दृष्टिगत रखते हुए सभी स्थानीय निवासियों और यात्रियों से सतर्कता बरतने,

नदी नालों से दूरी बनाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है. उत्तराखंड की यात्रा पर आ रहे यात्रियों और यात्रा कर रहे यात्रियों से भी अनुरोध है कि मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनायें. प्रयास करें कि इस अवधि में यात्रा करने से बचें.

उत्तरकाशी ,चमोली, रुद्रप्रयाग जैसे जिलों में भारी बारिश का अनुमान जारी किया गया है. वहीं कुमाऊं के पिथौरागढ़ चंपावत और नैनीताल जैसे जिलों में 18 अक्टूबर को भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक प्रदेश के 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी भी हो सकती है.

उत्तराखंड मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि प्रदेश के मैदानी इलाकों के साथ ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश हो सकती है हरिद्वार ,चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, बागेश्वर ,अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत,

टिहरी और देहरादून में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. पर्वतीय क्षेत्रों की ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने आपदा प्रबंधन टीम को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. एसडीआरएफ पुलिस प्रशासन के साथ एनडीआरएफ के जवानों को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं

पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम का मिजाज बदला है. जिस तरह से बारिश का सिलसिला चल रहा है ऐसे में तापमान में गिरावट आई है और हल्की ठंड का सिलसिला शुरू हो गया है.

मौसम विभाग के मुताबिक पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक भारी बारिश होने के साथ ही अचानक पारा तेजी से बढ़ेगा और ठंडक दस्तक दे देगी. हालांकि बीते कई दिनों से रात में न्यूनतम पारा 20 डिग्री सेल्सियस से कम है और बारिश से पारे में और गिरावट दर्ज होने की संभावना जताई गई है.

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अमूमन 28 सितंबर तक उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों से मानसून चला जाता था, लेकिन इस बार मानसून की सक्रियता एक हफ्ते बाद तक जारी रही. इसका ही असर रहा कि चार-पांच अक्टूबर तक राज्य के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश देखने को मिली.

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