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जज की पत्नी-बेटे पर हमले में नया मोड़, हिरासत में लिए गए महिपाल के दो करीबी

एडिशनल सेशन जज कृष्णकांत की पत्नी रितु उर्फ रेणु व बेटे ध्रुव पर हुए हमले की जांच विशेष जांच दल (एसआइटी) करेगा। इस बीच पुलिस ने इस मामले में जांच की कड़ी में आरोपित महिपाल की मां और अन्य करीबी को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि हत्या के मामले में दोनों से पूछताछ की जा रही है।  बताया जा रहा है कि महिपाल की शादीशुदा जिंदगी में भी सब ठीक नहीं चल रहा था। बता दें कि हमले में जज की पत्नी रेणु की मौत हो चुकी है, जबकि बेटा अस्पताल में वेटिंलेटर पर है और जिंदगी- मौत के बीच झूल रहा है। 

सबकुछ ठीक नहीं था महिपाल की जिंदगी में
वहीं, जज कृष्णकांत शर्मा की पत्नी और बेटे को सरेआम गोली मारनेवाले गनर महिपाल का मकसद अबतक पता नहीं चल पाया है। पूछताछ के दौरान वह बार-बार बयान बदलकर पुलिस टीम को भटका रहा है। पुलिस अब उसके ‘गुरु’ और ‘गुरु मां’ की भी तलाश में है, जिनसे महिपाल बेहद प्रभावित था। जज की पत्नी की हत्या और बेटे को गोली मारने वाले इस कांड के पीछे कथित तौर पर छुट्टी और धर्म परिवर्तन की बात भी सामने आ रही है। 

‘गुरु’ और ‘गुरु मां’ की भी तलाश में जांच टीम
बता दें कि शनिवार को हुए इस गोलीकांड में जज की पत्नी की मौत हो गई। वहीं समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक उनका बेटा ध्रुव ब्रेनडेड है। पुलिस महिपाल के कथित ‘गुरु’ और ‘गुरु मां’ की भी तलाश में है, जिनका उसपर काफी प्रभाव था। जांच कर रहे सीआईडी अधिकारियों को शक है कि उसका गुरु इंद्रराज सिंह हो सकता है, जिसे पुलिस ने एक बार पहले धर्म परिवर्तन करवाने की शिकायतों के बाद गिरफ्तार किया था।

गुरु इंद्रराज सिंह और गुरु मां के कहने पर चलता था महिपाल
सूत्रों के अनुसार, महिपाल के गुरु इंद्रराज सिंह व गुरु मां की तलाश की जा रही है। 21 अगस्त 2018 को नारनौल के निजामपुर रोड स्थित सांवरिया होटल में छापा मारकर पुलिस ने सीआरपीएफ के जवान समेत 8 लोगों को हिरासत में लिया था। इन 8 लोगों में महिपाल की महिला गुरु भी शामिल है। महिपाल के हस्तक्षेप पर पुलिस ने मामूली पूछताछ करके इन आरोपियों को छोड़ दिया था। 11 अगस्त 2015 को नारनौल उपमंडल के गांव भुंगारका में पुलिस ने ग्रामीणों की शिकायत पर छापा मारा था।

इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी इंद्रराज सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया। इंद्रराज सिंह के द्वारा ही महिपाल इस चक्रव्यूह में फंसा। उसकी मां ने उसका विरोध किया। जब बेटा नहीं माना तो वह भाई के गांव कोसली चली आई। महिपाल महेंद्रगढ़ आकर युवाओं को गुमराह करता रहा। वह कई युवाओं को धर्म परिवर्तन करा चुका है।

पांच दिन पहले बनी थी हत्या की योजना
वहीं, जांच में सामने आया है कि शनिवार दोपहर एडिशनल सेशन जज कृष्णकांत शर्मा की पत्नी और बेटे को गोली मारने की योजना उनके गनर ने 5 दिन पहले ही बना ली थी। आरोपी गनर महिपाल के फोन डीटेल, साथियों से बातचीत और सोशल मीडिया पर उसकी पोस्ट से पुलिस ने ऐसा नतीजा निकाला है। आरोपी महिपाल ने यह भी बताया कि शनिवार सुबह जज के बेटे ध्रुव से उसकी बहस हुई थी। ध्रुव ने उसके सामने पुलिस की तुलना एक जानवर से की थी। इससे वह तिलमिला गया था और उसने जज की पत्नी रितु से कहा था कि अपने बेटे को समझा लें। 

पुलिस महिपाल की पत्नी व अन्य परिजनों से भी पूछताछ कर रही है। चर्चा है कि आरोपित की उसकी पत्नी से अनबन रहती थी। महिपाल ने जिसके माध्यम से ईसाई धर्म अपनाया, व जिस पादरी से वह हमेशा मिलता था, उसकी भी तलाश की जा रही है।

हरियाणा के पूर्व एडीजी (क्राइम रिकार्ड ब्यूरो) रेशम सिंह का कहना है कि किसी भी सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी कहीं भी तीन महीने से अधिक नहीं होनी चाहिए। अधिक समय तक यदि सुरक्षाकर्मी रहता है तो परिवार के सदस्य के रूप में भरोसा पैदा कर लेता है। सुरक्षाकर्मी का जो काम है, वही करने देना चाहिए।

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