उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम जायेंगे देहरादून
उत्तराखंड में भारी बारिश से बिगड़े हालात के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज शाम देहरादून जाएंगे. वहां पर गृह मंत्री उच्चाधिकारियों और राहत टीम में शामिल लोगों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करेंगे. बैठक में सीएम पुष्कर सिंह धामी और एनडीआरएफ के अधिकारी भी मौजूद होंगे.
कल अमित शाह बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे भी करेंगे. उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने से मंगलवार को 42 और लोगों की मौत हो गयी और कई मकान ढह गए. कई लोग अब भी मलबे में फंसे हुए हैं. इसके साथ ही वर्षाजनित घटनाओं में अब तक मरने वालों की संख्या 47 हो गई है.
अधिकारियों ने बताया कि खराब मौसम के बीच कई घंटे के संघर्ष के बाद मंगलवार की शाम नैनीताल से संपर्क बहाल कर दिया गया. कुमाऊं क्षेत्र में 42 और लोगों की मौत के साथ ही आपदा के कारण मरने वालों की संख्या 47 हो गई है क्योंकि पांच लोगों की मौत सोमवार को हुई थी.
डीआईजी निलेश आनंद भारने ने बताया, ‘‘कुमाऊं क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 42 से अधिक हो गई है.’’ अधिकारी ने बताया कि इन 42 मौतों में से 28 लोग नैनीताल जिले में मारे गए,
Union Home Minister Amit Shah to visit Uttarakhand today evening. He will hold review meetings and take stock of the situation. He will conduct an aerial survey in Uttarakhand tomorrow.#UttarakhandRain pic.twitter.com/Qjc024nthR
— ANI (@ANI) October 20, 2021
छह-छह लोगों की मौत अल्मोड़ा एवं चंपावत जिलों में, एक-एक व्यक्ति की मौत पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जिले में हुई है. मुख्यमंत्री धामी ने वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया
और प्रभावित लोगों से बातचीत किया ताकि क्षति का आकलन किया जा सके. उन्होंने राज्य में पिछले दो दिनों में वर्षाजनित घटनाओं में मारे गए लोगों के परिजन को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की भी घोषणा की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी फोन पर धामी से बात की और स्थिति का जायजा लिया तथा हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ कुमाऊं क्षेत्र में वर्षा प्रभावित इलाकों का दौरा करने गए
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि नैनीताल के काठगोदाम और लालकुआं तथा ऊधम सिंह नगर के रुद्रपुर में सड़कों, पुलों और रेल पटरियों को नुकसान पहुंचा हैं. कुमार ने कहा कि क्षतिग्रस्त पटरियों को ठीक करने में कम से कम चार-पांच दिन लगेंगे.