मध्य प्रदेश : जबलपुर परिवहन विभाग का बड़ा फैसला महिलाओं को 50 हजार लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस किया जारी
महिलाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ाने और उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में मध्य प्रदेश के जबलपुर परिवहन विभाग ने प्रदेश भर में सबसे बेहतर काम करने का दावा किया है. जबलपुर जिला आरटीओ कार्यालय ने 16 वर्ष उम्र की किशोरी
से लेकर 65 वर्ष उम्र तक की महिलाओं के ऐसे 50 हजार लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए हैं, जिनके आधार पर आज सैकड़ों महिलाएं रोजगार पा रही हैं.
अब महिलाएं सिर्फ गाड़ी में बैठती नहीं बल्कि उसे चलाती भी हैं. वाहन की तकनीकी जानकारियां भी रखती हैं. यहां तक की अब कैब ड्राइविंग में भी महिलाएं निरंतर आगे बढ़ रही हैं.
प्रदेश के चार बड़े महानगरों में जबलपुर महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की दिशा में सबसे आगे है. परिवहन विभाग के जो आंकड़े सामने आए हैं, उसमें जबलपुर का नाम सबसे अव्वल है.
बीते 3 सालों के अंदर जबलपुर जिले में 16 उम्र वर्ष की आयु से लेकर 65 वर्ष उम्र तक की महिलाओं तक के निशुल्क लर्निंग और परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस आरटीओ विभाग द्वारा जारी किए गए हैं.
विगत लंबे समय से यहां तक कि कोविड काल में भी परिवहन महकमे ने महिलाओं को निशुल्क ड्राइविंग का प्रशिक्षण भी दिया. उनके लाइसेंस जारी करते हुए उनके प्लेसमेंट की दिशा में भी काम किया गया है.
दावा किया जा रहा है कि लाइसेंस पाने वाली 50 हजार युवतियों और महिलाओं में आज सैकड़ों रोजगार भी पा चुकी है और निरंतर यह सिलसिला जारी है. बेशक 50 हजार निशुल्क ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर जिला परिवहन विभाग ने ना केवल कीर्तिमान स्थापित किया
बल्कि महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ाने का भी काम किया है. जिले के आरटीओ संतोष पाल बताते हैं कि अब महिलाओं में ड्राइविंग के प्रति दिनोंदिन रुझान भी बढ़ रहा है. पुरुषों के समान वे भी आगे बढ़ रही है,
जिसे देखते हुए लगातार परिवहन महकमा इस दिशा में काम आगे भी करता रहेगा. महिलाएं अगर लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगी तो प्रमुखता से न सिर्फ उनका लाइसेंस बनाया जाएगा, बल्कि जरूरत पड़ने पर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा.