दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सुलतानपुर कोर्ट में हुए पेश
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार सुबह सुलतानपुर कोर्ट में पेश हुए. जहां एक मुकदमे में जमानत मिल गई जबकि दूसरे मुकदमे में केस वापसी के लिये डिस्चार्ज अर्जी लगाई गई थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया.
फिलहाल इन दोनों मामलों में अब 3 नवंबर की तारीख नियत हुई है. यहां से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दीवानी कोर्ट से निकलने के बाद गेस्ट हाउस के लिये रवाना हो गए हैं.
दरअसल 2014 के लोकसभा चुनाव में अमेठी में तत्कालीन आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कुमार विश्वास के समर्थन में अरविंद केजरीवाल चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान आदर्श आचार सहिंता के उलंघन समेत कई धाराओं में अरविंद केजरीवाल पर
अमेठी जिले के गौरीगंज और मुसाफिरखाना कोतवाली में अलग अलग मुकदमे दर्ज हुए थे. इसी मामले के आज अरविंद केजरीवाल सुल्तानपुर के दीवानी न्यायालय पहुंचे थे. जहां एमपी एमएलए कोर्ट में उनकी सुनवाई चल रही थी.
इस दौरान गौरीगंज थाने में दर्ज मुकदमे में उनकी तरफ से केस वापसी की अर्जी डाली गई जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया. वहीं मुसाफिरखाना कोतवाली में दर्ज मुकदमे में उन्होंने जमानत अर्जी डाली थी जिसपर उन्हें जमानत मिल गई है. फिलहाल इन दोनों मामलों की सुनवाई अब आगामी 3 नवंबर को नियत की गई है.
दिल्ली के सीएम ने 26 अक्टूबर को अयोध्या जाने का ऐलान किया था. जानकारी के मुताबिक, अब वह 25 अक्टूबर की शाम ही अयोध्या पहुंचेंगे. वह अयोध्या पहुंचकर सरयू आरती में शामिल होंगे. रात्रि विश्राम अयोध्या में ही करेंगे.
इसके अगले दिन अलावा रामलला और हनुमानगढ़ी दर्शन करने भी जाएंगे. वहीं, हनुमानगढ़ी के संत राजू दास अरविंद केजरीवाल को केजरी चाचा शब्द से संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इन्होंने राम के अस्तित्व को हमेशा नकारा है.
ये एक्सीडेंटल हिंदू हैं जो चुनाव आते ही तिलक और अपना कालनेमि स्वरूप दिखाने लगते हैं. संत समाज ने कहा कि प्रधानमंत्री की देन है कि आज हर कोई अयोध्या आ रहा है. सभी राजनेता अपना अस्तित्व बचाने के लिए हम हिंदू हैं, हम हिंदू हैं का राग अलाप रहे हैं. जो आज तक भगवान राम का विरोध करते थे.