हरियाणा : गृहमंत्री अनिल विज ने दिया बयान कहा टी20 वर्ल्ड में पाकिस्तान के जितने पर पटाखे फोड़ने वालों का DNA भारतीय नहीं हो सकता
टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद से भारत में कुछ जगहों पर जश्न मनाने का मामला सामना आया है.
कुछ जगहों पर पटाखे फोड़े गए, हिंदुस्तान विरोधी नारे लगाए गए और कश्मीरी छात्रों पर हमला भी किया गया. इस मामले पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज और शिवसेना सांसद संजय राउत का बयान आया है.
अनिल विज ने ट्वीट कर कहा, “पाकिस्तान के क्रिकेट मैच जीतने पर भारत में पटाखे फोड़ने वालों का डीएनए भारतीय नहीं हो सकता. संभल के रहना अपने घर में छिपे हुए गद्दारों से.”
वहीं संजय राउत ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कश्मीर में रहते हुए पाकिस्तानी टीम की टी20 में जीत का और हिंदुस्तान की हार का इस तरह जश्न मनाया जाय और हिंदुस्तान विरोधी नारे लगाए जाएं तो यह निश्चित ही चिंता का विषय है. केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए. जय हिंद!! वंदेमातरम!”
पाकिस्तान के क्रिकेट मैच जीतने पर भारत में पटाखे फोड़ने वालों का डीएनए भारतीय नहीं हो सकता । संभल के रहना अपने घर में छुपे हुए गद्दारों से ।
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) October 26, 2021
श्रीनगर SKIMS मेडिकल कॉलेज के छात्रों और गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज की छात्राओं के खिलाफ UAPA की धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. इन दोनों कॉलेज के स्टूडेंट्स पर रविवार को टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने का आरोप है.
तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब यूएपीए की धाराओं पर केस दर्ज किया गया है. इन धाराओं में अगर किसी छात्र या छात्रा की गिरफ्तारी होती है तो उसे जमानत मिलनी मुश्किल हो जाएगी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कश्मीर में रहते हुए पाकिस्तानी टीम की टी20 में जीत का और हिंदुस्तान की हार का इस तरह जश्न मनाया जाय और हिंदुस्तान विरोधी नारे लगाये जाएं तो यह निश्चित ही चिंता का विषय है। केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) October 26, 2021
जय हिंद!! वंदेमातरम! pic.twitter.com/EIsYBbZvu1
इस कानून का मुख्य मकसद आतंकी गतिविधियों को रोकना होता है. इस कानून के तहत पुलिस ऐसे आतंकियों, अपराधियों या अन्य लोगों को चिह्नित करती है, जो आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं.