बिहार : मुजफ्फरपुर के जुरन छपरा स्थित आई हॉस्पिटल को आंखफोड़वा अस्पताल का मिला नाम जाने मामला ?
मुजफ्फरपुर के जुरन छपरा स्थित आई हॉस्पिटल को लोग अब ‘आंखफोड़वा’ अस्पताल भी कहने लगे हैं. दरअसल इस अस्पताल की लापरवाही की वजह से 24 से अधिक मरीजों के आंखों की रोशनी चली गयी है.
यही नहीं 15 से ज्यादा मरीजों को इन्फेक्शन बढ़ने की वजह से अपनी आंखें तक निकलवानी पड़ी है. आज गुरुवार को भी कुछ मरीजों के आंखों को निकालने के लिए ऑपरेशन किया जाना था, लेकिन इससे पहले इस आई हॉस्पिटल का गेट बंद कर दिया गया
और बाहर नोटिस लगा दिया गया कि फिलहाल सभी ऑपरेशन बंद है. वहीं कई मरीज हॉस्पिटल के बाहर अपने आंखों के ऑपरेशन के लिए कतार में लग कर इंतजार कर रहे हैं. अब ऐसे में एक बार फिर इस हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से लोग काफी नाराज हैं.
बताया जाता है कि सोमवार को मरीजों के परिजनों ने अपने प्रियजनों के आंखों की रोशनी जाने के बाद अस्पताल में अपने गुस्से का इजहार किया था और प्रबंधन को खूब खरी-खोटी सुनाई थी.
बता दें, इस आई हॉस्पिटल में करीब 65 लोगों का मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ था, जिसमें 24 से अधिक लोगों के आंखों की रोशनी चली गयी. वहीं इन्फेक्शन की वजह से अब तक 15 लोगों का ऑपरेशन कर उनकी आंखें निकाली जा चुकी हैं.
मिली जानकारी के अनुसार 11 मरीजों की आंख एसकेएमसीएच में ऑपरेशन कर बाहर निकाली गयी, वहीं 4 मरीजों का ऑपरेशन जुरन छपरा स्थित आई हॉस्पिटल ने किया है. आज भी कई मरीज ऑपरेशन के लिए आई हॉस्पिटल के बाहर इंतजार कर रहे हैं,
लेकिन यहां के प्रबंधन ने एक बार फिर लापरवाही दिखाते हुये हॉस्पिटल का गेट बंद कर दिया है. बता दें, आज एसकेएमसीएच में भर्ती तीन मरीजों का ऑपरेशन कर आंख बाहर निकाली जाएगी.
इस पूरे मामले की गूंज अब सदन तक पहुंच चुकी है. सदन में विपक्ष लगातार इस बड़े मामले को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है. पूर्व सीएम राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस लापरवाही के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
वहीं इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है. बिहार मानवाधिकार आयोग के वकील एसके झा ने इस मामले को लेकर एक याचिका डाली थी,
जिसके बाद अब मानवाधिकार आयोग ने सरकार से जवाब मांगा है. मानवाधिकार आयोग की ओर से बिहार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार हफ्ते में जवाब मांगा गया है.
वहीं पूरे घटना को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का कहना है कि स्पेशल टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. आई हॉस्पिटल के ओटी मशीन का स्वाब लिया गया है.
वहीं दूसरे पहलुओं पर भी जांच की जा रही है, जल्द ही पूरे मामले का रिपोर्ट आ जाएगा. वहीं आज स्वास्थ्य विभाग की तरफ से गठित टीम SKMCH का दौरा कर भर्ती मरीजों से बातचीत भी करेगी.