किसान आंदोलन खत्म करना चाहती है सरकार तो माननी होगी ये शर्ते : राकेश टिकैत
तीनों कृषि कानूनों के रद्द होने के बाद भी किसानों का आंदोलन जारी है. केंद्र सरकार चाहती है कि किसान धरना छोड़कर वापस अपने घर चले जाएं. वहीं किसान MSP, मुआवजे और अपने ऊपर लगे केस वापस लेने की मांग पर अड़े हैं.
सयुंक्त किसान मोर्चा ने आज (शनिवार को) किसानों की बैठक बुलाई है, जिनमें इन सब मुद्दों और किसानों की घर वापसी पर चर्चा होगी. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि एमएसपी कानून बनने तक किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा.
राकेश टिकैत ने कहा कि अभी आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है. सरकार से बातचीत शुरू हुई है. बातचीत से ही समाधान निकलेगा. सयुंक्त किसान मोर्चा की मीटिंग में आज आगे की रणनीति तय होगी.
मुकदमे वापस लेने पर भी बात हो रही है. हरियाणा सरकार से बात हुई है. किसानों के खिलाफ दर्ज केस वापस लेने होंगे. किसानों को मुआवजा देना होगा और एमएसपी पर कानून बनाना ही होगा.
किसान आंदोलन को लेकर सरकार और किसानों के बीच जारी खींचतान के बीच आज संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी, जिसमें आंदोलन की आगे की रणनीति और किसानों की घर वापसी जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी.
गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और किसानों के बीच शुक्रवार को कई घंटे तक चली बैठक बेनतीजा रही. बैठक में किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मामलों समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला.
बैठक के बाद हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि सरकार के साथ बैठक संतोषजनक नहीं रही. संयुक्त किसान मोर्चा की आज की बैठक में आगे की रणनीति पर फैसला होगा.
कृषि कानून वापस लेने के बाद सरकार चाह रही है कि किसान धरना छोड़कर वापस अपने घर चले जाएं. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत MSP के मुद्दे पर अड़े हैं. राकेश टिकैत का कहना है कि किसानों को मुआवजा, MSP और किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों की वापसी जैसे मुद्दे अभी सुलझने बाकी हैं.