किसान के बेटे आकाश ने यूथ ओलंपिक में भारत को तीरंदाजी में पहला सिल्वर मेडल दिलाया
15 साल के आकाश मलिक ने यूथ ओलंपिक गेम्स में सिल्वर मेडल जीत लिया है. उन्होंने रिकर्व तीरंदाजी के पुरुष इंडिविजुअल इवेंट में यह मेडल जीता. वे इस खेल में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय हैं. इससे पहले अतुल वर्मा ने 2014 में नैनजिंग में हुए के यूथ ओलंपिक गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
आकाश मलिक के इस प्रदर्शन के साथ ही अर्जेंटीना में हुए यूथ ओलंपिक में भारत के मेडल की संख्या 13 पहुंच गई. इनमें तीन गोल्ड, नौ सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं. यह यूथ ओलंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. भारत ने सबसे अधिक दो गोल्ड मेडल शूटिंग में जीते हैं. एक गोल्ड वेटलिफ्टिंग में मिला है. आकाश मलिक के पिता किसान हैं. वे 11वीं के छात्र हैं.
आकाश ने रिकर्व तीरंदाजी के क्वालिफिकेशन राउंड में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई. लेकिन गोल्ड के लिए हुए मुकाबले में अमेरिका के ट्रेंटन कोलेस के सामने नहीं टिक सके. कोलेस ने आकाश को 6-0 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. पांचवीं वरीयता प्राप्त आकाश फाइनल में लय कायम नहीं रख सके. तीन सेटों के मुकाबले में दोनों तीरंदाजों ने चार-चार बार परफेक्ट 10 स्कोर किया. आकाश ने इसके साथ ही दो बार सिर्फ छह का स्कोर किया. जबकि, ट्रेंटन कोलेस ने चार परफेक्ट 10 के अलावा दो बार नौ अंक का स्कोर किया. इस तरह उन्होंने आसानी से मुकाबला जीत लिया.
आकाश ने मुकाबले के बाद कहा, ‘मैने तेज हवाओं में अभ्यास किया था, लेकिन यहां बह रही हवा उम्मीद से बहुत तेज थी. कोलेस दमदार प्रतिद्वंद्वी था और मेरे पास कोई मौका नहीं था.’ आकाश ने छह साल पहले तीरंदाजी शुरू की, जब फिजिकल ट्रेनर और तीरंदाजी कोच मनजीत मलिक ने उसे ट्रायल के दौरान चुना. आकाश के पिता नरेंदर मलिक गेहूं और कपास की खेती करते हैं. वे नहीं चाहते थे कि उनका बेटा किसान बने.
आकाश ने पिछले साल यूथ ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीता था. उसने एशिया कप के पहले चरण में गोल्ड, दूसरे में दो ब्रॉन्ज और दक्षिण एशियाई चैंपियनशिप में एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता था.