उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया बयान कहा कब्रिस्तान के नाम पर सरकारी धन की की गई थी लूटखसोट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मथुरा में कांग्रेस, सपा और बसपा के नेताओं पर कोरोना से जंग के समय सामने नहीं आने का आरोप लगाया. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब इनकी कोई जरूरत है नहीं और आगे भी ये लोग अपना ‘पृथक-वास’ जारी रख सकते हैं.
योगी ने मांट में जाबरा रोड पर आयोजित जनसभा में यह बात कही. जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पिछली सरकार जहां कब्रिस्तान की चारदीवारी के निर्माण पर धनखर्च करती थी
वहीं मौजूदा सरकार तीर्थ स्थानों के विकास पर पैसा खर्च कर रही है. इस दौरान योगी ने 201.16 करोड़ की लागत से 196 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया.
मुख्यमंत्री ने कहा, ”कोरोना के दौरान कांग्रेस, बसपा व समाजवादी पार्टी के लोग गृह पृथक-वास में थे. जनता से अलग थे जबकि स्वास्थ्य विभाग सहित कई अन्य विभाग और सारा तंत्र लोगों की जान बचाने में जुटा था.
जब जनता की जान खतरे में थी, उस समय ये सभी गायब थे. इसलिए उन्हें यह बोला जाना चाहिए कि तुम्हारे लिए सत्ता दूर की कौड़ी है. तुम्हे कई साल आइसोलेशन से बाहर आने की जरूरत नहीं है…. उन्हें यह संदेश भी दें.”
योगी ने कहा, पिछले पौने पांच सालों में कोई दंगा नहीं हुआ, जबकि पिछली सरकार के वजूद में आते ही मथुरा के ही कोसीकलां कस्बे में मामूली सी बात पर दंगा हो गया. व्यापारियों के प्रतिष्ठान जला डाले गए.
उस पर भी उन्हीं के नाम झूठे मुकदमे दर्ज करा दिए गए. इसके बाद जवाहर बाग जैसा काण्ड हुआ माफियाओं ने जिला मुख्यालय पर ही एक एसपी तक को मार डाला. ऐसा लगता था कि यहां पर कंस का राज्य स्थापित हो गया है.”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”भारत की आत्मा उत्तर प्रदेश में निवास करती है. लेकिन पिछली सरकारों ने प्रदेश की छवि को धूमिल किया. दंगे उत्तर प्रदेश की पहचान बन गए थे. कारोबार के लिए कोई निवेश नहीं करना चाहता था.
विकास की परिभाषा प्रदेश नहीं, परिवार हो गया था. विकास की योजनाएं भी वहीं पर केंद्रित कर कब्रिस्तान की दीवारें बनाने जैसे कार्यों में बंदरबांट होती थी. लेकिन जनता ने 2017 में आशीर्वाद दिया और विकास की योजनाओं को पंख लगे.”
करीब आधे घण्टे के अपने संबोधन में उन्होंने कहा उस दौरान माफियाओं के लिए सरकार के सब दरवाजे खुले रहते थे. लेकिन अब केवल जेल के दरवाजे ही खुलते हैं. योगी ने कहा, ”पहले केवल एक परिवार को ही ध्यान में रखकर प्रदेश में ऊलजलूल योजनाएं बनाई जाती थीं.
तीर्थस्थलों के लिए नहीं, कब्रिस्तान के नाम पर सरकारी धन की लूटखसोट होती थी.” योगी ने कहा, केंद्र सरकार ने गरीबों को मुफ्त अन्न दिए जाने की योजना को मार्च तक बढ़ा दिया है.
राज्य सरकार भी होली तक मुफ्त खाद्यान देगी. लेकिन जरूरत पड़ी तो उसके बाद भी गरीबों को यह सुविधा जारी रहेगी. यह योजना 12 दिसम्बर से शुरु हो जाएगी.