प्रधानमंत्री आज जनपद प्रयागराज में महिला सशक्तीकरण से सम्बन्धित कार्यक्रम में सम्मिलित होंगेे

प्रधानमंत्री आज जनपद प्रयागराज में महिला सशक्तीकरण से सम्बन्धित कार्यक्रम में सम्मिलित होंगेे
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कल 21 दिसम्बर, 2021 को जनपद प्रयागराज में महिला सशक्तीकरण से सम्बन्धित कार्यक्रम में सम्मिलित होंगेे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री जी 1,60,000 स्वयं सहायता समूहों को 1,000 करोड़ रुपये तथा 20,000 बी0सी0 सखी को स्टाइपंड (प्रति लाभार्थी 4,000 रुपये) की प्रथम किस्त का हस्तान्तरण, पुष्टाहार बनाने हेतु 202 स्वचालित प्लाण्ट का शिलान्यास तथा ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ की 1,01,000 लाभार्थियों को 20.20 करोड़ रुपये की योजना राशि का अन्तरण करेंगे।
दलित कर्मी के पिता जी की इस महामारी मे हत्या के बाद एक फिर कुलसचिव शिवम् गुप्ता तत्कलीन कुलपति विनय पाठक और कुलसचिव पर आरोप लगाया है और दोषियों के खिलाफ अनुसूचित अपराध अधिनियम के तहत् एफoआईoआरo दर्ज करने की माँग की
उत्तर प्रदेश सरकार दलित उत्पीड़न के खिलाफ किसी भी तरह के उत्पादन को रोकने का प्रयास कर रही है वहीं एकेटीयू में पिछले 6 सालों से हो रहे दलित उत्पीडन का एक मामला फिर जोरों पर है के कुलपति और कुलसचिव एक मेल के माध्यम से एक पत्र भेजा गया है। जिसकी प्रति उप कुलसचिव और सहायक शिवम गुप्ता के साथ साथ राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को भी भेजा गया गया है पत्र के साथ दो वर्षो से 62अनुस्मारको (रिमाइंडर) को मेल करा गया है। है जिसमें श्रीमती रत्ना में द्वारा के सालों को हो उत्पीजन के बारे में शिवम गुप्ता से फोन पर बात मे शिवम गुप्ता द्वारा साफ साफ कहा जा रहा है कि जो लोग फाइलों को रोक रहा है और लोग है जो आप को नीचा दिखाना चाहते है वे (अधिकारी ) ऐसा क्यों कर वो मैं नहीं बता सकता है और रही बात महामहिम के आदेश की जैसा कुलपति और कुलसचिव जो आदेश देते है वैसा ही होता है यानी की कि शिवम गुप्ता और की हुई का पूरा का पूरा अर्थ निकाला जाये तो तत्कालीन कुलपति विनय पाठक और वर्तमान कुलसचिव प्रकरण में नीचा दिखाने और बदले की भावना से कार्य किया है जो कि महामहिम के आदेश को भी दरकिनार करते हुए है। पीडिता के द्वारा दलित उत्पीड़न पैसों के अभाव के कारण बिना ईलाज के हुई पिता जी में मृत्यु को भी एकेटीयू प्रशासन पर इस महामारी में दलित हत्या का भी आरोप लगाया है और दोषियों के खिलाफ अनुसूचित अपराध अधिनियम के तहत् एफoआईoआरo दर्ज करने की माँग की हैं