राजस्थान के जयपुर में महिला प्रोफेसर ने सीनियर प्रोफेसर पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप
पिछले कुछ वर्षों में महिला सुरक्षा का स्तर लगातार गिरता जा रहा है. इसके पीछे कारण लगातार हो रहे अपराध हैं. राजस्थान के जयपुर के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल मेडिकल कॉलेज की एक सीनियर महिला प्रोफेसर ने अपने ही विभाग
के सीनियर प्रोफेसर पर कॉलेज परिसर में छेड़छाड़ का मामला एसएमएस थाने में दर्ज करवाया है.थानाधिकारी नवरतन ढोलिया ने बताया कि महिला प्रोफेसर ने सीनियर प्रोफेसर ने दर्ज मामले में एसएमएस कॉलेज के सीनियर प्रोफेसर फार्माकोलॉजी डॉ. लोकेंद्र शर्मा और पीजी स्टूडेंट डॉ. अनिल भंडारी पर छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करवाया है.
विभाग की एक महिला डॉक्टर पर छेड़छाड़ में सहयोग करने का भी मुकदमा दर्ज करवाया है. पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि पिछले 6 महीने से छेड़छाड़ का सिलसिला जारी है. पीड़िता के परिजनों ने कई बार तीनों की समझाया लेकिन वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे थे.
पीड़िता ने बताया कि लोकेंद्र शर्मा कई बार उसे आंख मारता था, अभद्र टिप्पणी कर निजी कमेंट करता था और अपने अंडर में पीजी करने वाले डॉ. अनिल भंडारीने भी विभाग में ही कई बार छेड़खानी की.
इन सब से परेशान होकर 15 दिसंबर को महिला आयोग में भी शिकायत दर्ज करवाई थी. शिकायत की सूचना मिलते ही दोनों उसको और परेशान करने लगे. विभाग में अकेला देखकर बदतमीजी की और शिकायत वापस लेने का दबाव डाला.
एसएमएस कॉलेज के एडिशनल प्रिंसिपल से भी इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. आखिर में परेशान होकर तीनों के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज करवाया. पुलिस मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है.
डॉ. लोकेंद्र शर्मा ने बताया कि 15 दिसंबर को पीड़िता और डॉक्टर अनिल भंडारी के बीच एनएमसी नेशनल मेडिकल काउंसिल को सूचना का मेल भिजवाने को लेकर लंबी बहस हुई थी. इस दौरान मैंने डॉक्टर भंडारी का पक्ष लिया था. इसी के चलते पीड़िता ने नाराज होकर मेरे ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज करवाया है.
SMS मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी घटना को लेकर पीड़िता ने उन्हें शिकायत दी है, इस मामले को लेकर एक कमेटी का गठन किया गया है. रिपोर्ट एक-दो दिन में आ जाएगी और दोषी पर कड़ी से कड़ी कारवाई होगी.