दिल्ली में ओमिक्रॉन के तेजी से फैलने की वजह से अरविंद केजरीवाल की बड़ी चिंता
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दिल्ली में ओमिक्रॉन के तेजी से फैलने की वजह से कोरोना की थर्ड वेव आने की पूरी संभावना जताई जा रही है. अगर यह दिल्ली में तेजी से फैलता है तो इससे निपटने के लिए दिल्ली सरकार हरसंभव तैयारियां कर रही है. अब तक ओमिक्रॉन के 64 मरीज आ चुके हैं जिसमें से 23 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है.
ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेजी से बढ़ते मामलों से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने आज अपना पूरा रोड मैप पेश किया है. स्वास्थ्य सिस्टम को मजबूत बनाने के साथ-साथ होम आइसोलेशन की इस तरह से व्यवस्था की जा रही है कि प्रतिदिन एक लाख मरीज आएंगे तो भी परेशानी नहीं होगी.
सीएम अरविंद केजरीवाल डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया कि ओमिक्रॉन के तेजी से प्रसार होने और उसके माइल्ड सिम्टम होने की उम्मीद जताई गई है. एक्सपर्ट की राय पर आने वाले मरीजों की संख्या के मुताबिक तैयारियां की जा रही हैं. सरकार ने मरीजों का इलाज अस्पताल की बजाय घर पर ही होम आइसोलशन में करने की व्यवस्था को और मजबूत बनाने का फैसला किया है.
उनका कहना है कि ओमिक्रॉन के मामले तेजी से आएंगे लेकिन इसमें सिम्टम बहुत ही माइल्ड होते हैं. डेथ रेट ज्यादा नहीं होता है. इसलिए इन मरीजों का इलाज सरकार घर पर ही करने की तैयारी कर रही है. मीटिंग में स्वास्थ्य सेवाओं खासकर होम आइसोलेशन व्यवस्था को मजबूत बनाने की रणनीति पर खास चर्चा हुई है.
-हर रोज एक लाख लोगों का टेस्ट कर सकेंगे. इसकी तैयारी की जा रही है. अभी तक 75 हजार तक की क्षमता में टेस्ट किए जा रहे हैं.
-दिल्ली में हर रोज एक लाख की संख्या में केस आने की संभावना है. इसको लेकर सभी तैयारियां बारीकी से की जा रही हैं. दिल्ली सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर में 26-27 हजार केस के अनुमान से तैयारियां की थीं.
-होम आइसोलेशन को मजबूत कर रहे हैं. अभी सिर्फ 700 से 1100 घरों तक विजिट करने के संसाधन हैं. इसको अब बढ़ाने के लिए एजेंसी हायर करनी होगी तो उसको भी जल्द कर लेंगे. एक दो दिन में इसका भी काम पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद 1 लाख घरों तक विजिट करने का सिस्टम तैयार हो सकेगा.
-दवाईयों की किसी प्रकार की कमी नहींं रहे, इसके लिए दो माह का बफर स्टॉक रख रहे हैं, दिल्लीवालों को किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा.
-कोरोना की पिछली लहर में ऑक्सीजन की कमी बहुत आई थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने देंगे. केंद्र सरकार से ऑक्सीजन मिलने के बाद भी हमारे पर ऑक्सीजन स्टोरेज व ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था नहीं थी. इसके लिए अब पूरा इंतजाम कर रहे हैं. अगले तीन सप्ताह में 15 ट्रक ऑक्सीजन ट्रांसपोर्टेशन के लिए खरीद लिए जाएंगे.
-कोरोना वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जा रहा है. अब तक 99 फीसदी को कोरोना की सेकंड और 70 फीसदी को पहली डोज दी जा चुकी है.
-सीरो सर्वे आया जिसमें 95 का पता चलता है कि उनको कोरोना हुआ और एंटी बॉडीज बनी है.