ईरान ने एक साथ 16 मिसाइलों का किया सफल परीक्षण
इजरायल के हमले के मंडराते खतरे के बीच ईरान ने एक साथ 16 मिसाइलें दागकर नेफ्ताली बेनेट सरकार को सीधी चेतावनी दी है। इसके साथ ईरान सेना का पिछले 5 दिनों से चल रहा युद्धाभ्यास खत्म हो गया है।
ईरानी सेना के जनरलों ने कहा है कि मिसाइलों की यह बारिश इजरायल के लिए खुली चेतावनी है। ईरान ने जिन मिसाइलों का परीक्षण किया है, वे 350 किमी से लेकर 2000 किमी तक मार करने में सक्षम हैं।
ईरान की सरकारी संवाद एजेंसी इरना ने शुक्रवार को बताया कि जिन मिसाइलों का परीक्षण किया गय है, उनमें इमाद, गदर, सेजिल, जलजल, देजफुल और जोल्फाघर आदि शामिल हैं। इरना ने बताया कि इन मिसाइलों ने एक लक्ष्य को निशाना बनाया।
ठीक उसी समय 10 ड्रोन विमानों ने भी अपने लक्ष्यों को निशाना बनाया। ईरान के सरकार टीवी चैनल ने रेगिस्तान से ईरानी मिसाइलों को दागे जाने का वीडियो प्रसारित किया।
ईरानी सेना के चीफ्स ऑफ स्टाफ मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी ने कहा, ‘ये अभ्यास यहूदी शासन की ओर से हाल के दिनों में पैदा हुए खतरों को करारा जवाब देने के लिए किए गए थे।’ उन्होंने कहा, ’16 मिसाइलों ने तय किए गए लक्ष्य को तबाह कर दिया।
इस अभ्यास में उन मिसाइलों को तैनात किया गया था जो उन सैकड़ों मिसाइलों के जखीरे का हिस्सा हैं जिन्हें ईरान पर हमला करने का दुस्साहस करने वाले देश को तबाह करने के लिए बनाया गया है।’
Safir military jeep with 14.5mm machinegun CS/LM2A or its Iranian copy and military buggy with 12.7mm machinegun W-85 or its Iranian copy pic.twitter.com/ohs9IRZI4Z
— Yuri Lyamin (@imp_navigator) December 23, 2021
इस सैन्य ड्रिल को पयंबर-ए-आजम नाम दिया गया था जो सोमवार को बुशहर, होरमोजगान और खुजेस्तान प्रांतों में शुरू हुआ था। ईरानी सेना के चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी ने कहा, ‘यह सैन्य अभ्यास…यहूदी शासन के अधिकारियों के खिलाफ एक गंभीर चेतावनी है।
उन्होंने अगर जरा सी भी गलती की तो हम उनका हाथ ही काट देंगे।’ ईरान यह सैन्य अभ्यास ऐसे समय पर किया है जब अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुल्लिवान ने इजरायल के पीएम से मुलाकात की है।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में ईरान परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत को फिर से शुरू करने को लेकर चर्चा हुई है जिसका इजरायल विरोध कर रहा है। इजरायली पीएम ने आरोप लगाया है कि ईरान परमाणु ब्लैकमेल कर रहा है।
इजरायल ने कहा कि प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद ईरान जो कमाई करेगा, उससे वह हथियार हासिल करेगा जिससे वह इजरायली लोगों को नुकसान पहुंचाएगा। इजरायल ने ईरान पर हमले के भी संकेत दिए हैं।