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मुख्यमंत्री ने जनपद प्रतापगढ़ में 554 करोड़ रु0 लागत की 378 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया

मुख्यमंत्री अपने आवास पर श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज के चार साहिबज़ादों एवं माता गुज़री जी की शहादत को समर्पित ‘साहिबज़ादा दिवस’ के अवसर पर आयोजित ‘गुरुबाणी कीर्तन’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज के चार साहिबज़ादों एवं माता गुज़री जी की शहादत को समर्पित ‘साहिबज़ादा दिवस’ के अवसर पर आयोजित ‘गुरुबाणी कीर्तन’ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को सरोपा, प्रतीक चिन्ह एवं कृपाण भेंट कर सम्मानित किया गया। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने अपने आवास पर श्री गुरुग्रन्थ साहिब जी की सवारी का स्वागत किया तथा पवित्र श्री गुरुग्रन्थ साहिब को अपने सिर पर उठाकर कार्यक्रम स्थल पर ले जाकर स्थापित किया। उन्होंने पवित्र ग्रन्थ पर माथा भी टेका।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य का अवसर है कि देश और धर्म के लिए अपना बलिदान देने वाले गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज के चार साहिबज़ादों-साहिबज़ादा अजीत सिंह, साहिबज़ादा जुझार सिंह, साहिबज़ादा ज़ोरावर सिंह तथा साहिबज़ादा फतेह सिंह की स्मृति में ‘साहिबज़ादा दिवस’ का आयोजन मुख्यमंत्री आवास पर किया जा रहा है। मुख्यमंत्री आवास पर पूर्व में गुरु नानक जी के 550वें प्रकाशोत्सव को समर्पित ‘महान कीर्तन दरबार’ आयोजित किया गया था। विगत वर्ष भी ‘साहिबज़ादा दिवस’ का आयोजन सम्पन्न हुआ था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत के मध्यकालीन इतिहास में गुरु नानक जी से गुरु गोबिन्द सिंह जी तक चली आ रही सिख परम्परा एक शक्तिपुंज के रूप में है। भक्ति और शक्ति का अद्भुत संगम भारत की सिख परम्परा में देखने को मिलता है। भारत के सिख इतिहास से पता चलता है कि विदेशी आततायियों का अन्त गुरु परम्परा ने कर दिया था। विदेशी आततायियों को सिखों के पुरुषार्थ एवं गुरु परम्परा ने इतना क्षीण कर दिया कि वे भारत को गुलाम बनाने की अपनी मंशा को पूरा न कर पाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सिख गुरुओं ने अलग-अलग कालखण्ड में विदेशी आक्रान्ताओं को जवाब देेने में जो भूमिका निभायी थी, वह आज प्रेरणा का स्रोत है। गुरु नानक देव जी ने बाबर को जाबर कहने का साहस किया था। गुरु तेगबहादुर देव जी ने कश्मीरी पण्डितों की रक्षा के लिए शहादत दी थी। गुरु गोबिन्द सिंह जी ने अपने ‘विचित्र नाटक’ के माध्यम से आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि यहां पर उपस्थित सभी का अन्तःकरण माता गुज़री देवी के प्रति सम्मान से भरता है। एक माँ जिसने गुरु तेगबहादुर एवं अपने पुत्र के चार पुत्रों के बलिदान को देखा। वह कितनी मजबूत रही होंगी। भारत के इसी इतिहास ने विदेशी आक्रान्ताओं से जूझने, उनसे लड़ने की एक नयी प्रेरणा निरन्तर प्रदान की है। यही प्रेरणा 04 साहिबज़ादों ने अपने बलिदान से भी दी। देश व धर्म के प्रति किसी भी प्रकार का विचलन चारों साहिबज़ादों को स्वीकार नहीं था। दो साहिबज़ादे युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो गये थे, दो सरहिन्द की दीवारों में चुनवा दिए गए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सिख गुरुओं ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया, जिसे देश सदैव याद रखेगा। गुरु गोबिन्द सिंह जी ने देश और धर्म की रक्षा के लिए अपने पुत्रों को समर्पित करते हुए बिना दुःखी हुए पूरे उत्साह के साथ कहा था कि ‘चार नहीं तो क्या हुआ जीवित कई हजार’। यहां पर आयोजित यह कार्यक्रम सिख पंथ पर उपकार नहीं है। सिख गुरुओं ने जिस प्रकार विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भारत की परम्पराओं तथा देश की अस्मिता को बचाए रखने का कार्य किया, उनकी याद में इस प्रकार के आयोजन किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिन्द सिंह जी के चार साहिबज़ादों को पाठ्यक्रम में स्थान देना हमारे लिए महत्वपूर्ण है, जिससे आज की पीढ़ी देश और धर्म के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दुनिया में सिख कौम अपने पुरुषार्थ के लिए जानी जाती है। भारत की यह गुरु परम्परा एक दिव्य परम्परा है, जो अपने विशिष्ट आयोजन व लोगों का मार्गदर्शन करने के साथ ही, उस कालखण्ड में हिन्दुस्तान को बचाने के लिए आयी थी। सिखों की देश भक्ति की परम्परा का अनुसरण करते हुए हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि जो व्यक्ति या समाज, जाति या समुदाय अपने इतिहास को विस्मृत कर देता है, वह कभी अपने उज्ज्वल भविष्य को आगे नहीं बढ़ा सकता। प्रत्येक सिख अपनी परम्परा का सम्मान करते हुए उसको मजबूती से आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। यह देश व धर्म के प्रति गुरु परम्परा की प्रतिबद्धताओं को आगे बढ़ाने का कार्य है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह कार्यक्रम और भव्य तरीके से होना चाहिए। गुरु परम्परा से सम्बन्धित यह कार्यक्रम सिर्फ गुरुद्वारे तक सीमित न होकर प्रत्येक भारतीय के घर में होना चाहिए। जो भी भारत की एकता, अखण्डता व स्वाधीनता के प्रति सजग है, उसके मन में गुरु परम्परा के प्रति सम्मान का भाव इसी रूप में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से जुड़े गुरुद्वारों एवं सिख परम्परा से जुड़े स्थलों का विस्तार होना चाहिए। इसके लिए एक कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत की जाए, प्रदेश सरकार इसमें पूर्ण सहयोग करेगी। उन्होंने गुरु तेग बहादुर सिंह जी एवं गुरु गोबिन्द सिंह जी से सम्बन्धित लखनऊ के यहियागंज गुरुद्वारे के विस्तारीकरण पर भी विचार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं के इतिहास एवं उनकी स्मृतियों से सम्बन्धित एक संग्रहालय की स्थापना लखनऊ में होनी चाहिए। इस संग्रहालय को तकनीकी के साथ जोड़कर बनाया जाए, जिससे वर्तमान पीढ़ी भी इससे मजबूती के साथ जुड़ सके। वर्तमान प्रदेश सरकार इसके निर्माण में पूर्ण सहयोग करेगी।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि उनके लिए गुरुद्वारा हमेशा श्रद्धा का केन्द्र रहा है। गुरुद्वारे के भजन व कीर्तन हमेशा प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। आज प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में साहिबज़ादा शहीद बच्चों के इतिहास के विषय में बताया गया है। सिख धर्म हमेशा धरती माँ की रक्षा का संकल्प करता है। मुख्यमंत्री जी सदैव सिख धर्म के त्याग और बलिदान की बातें बेबाकी से रखते हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जल शक्ति राज्यमंत्री श्री बलदेव ओलख ने कहा कि सिख समाज को इतना सम्मान देने के लिए वे मुख्यमंत्री जी के ऋणी हैं। आज साहिबज़ादे व माता गुज़री के शहादत दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने स्वयं श्री गुरुग्रन्थ साहिब की सवारी का स्वागत किया। पूरे भारत में किसी भी मुख्यमंत्री के आवास पर सिख गुरुओं से सम्बन्धित इस प्रकार का ऐतिहासिक कार्यक्रम नहीं हुआ है, यह सिख समाज के लिए एक शान की बात है। कार्यक्रम को विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य श्री परमिन्दर सिंह, गुरु गोबिन्द सिंह स्टडी सर्किल के श्री बलविन्दर सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर, सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद प्रतापगढ़ में 554 करोड़ रुपये लागत की 378 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार राज्य में सुरक्षा, सुशासन एवं विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि जब सोच ईमानदार होती है, तो काम भी दमदार होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने जनपद प्रतापगढ़ में राजकीय मेडिकल कॉलेज स्थापित किया है। इस मेडिकल कॉलेज में इस सत्र से पढ़ाई शुरू होने जा रही है। प्रदेश सरकार के कार्यों में अधूरे कार्य की कोई जगह नहीं है। जो हम कहते हैं वह करके दिखाते हैं। जनपद प्रतापगढ़ अपने पुरुषार्थ, बुद्धिमत्ता एवं आंवला के लिए जाना जाता है। प्रदेश सरकार ने जनपद प्रतापगढ़ की पहचान आंवले को एक जनपद-एक उत्पाद से जोड़कर वैश्विक मंच पर ले जाने का कार्य किया है। इस कार्य से रोजगार में वृद्धि हुई है। प्रदेश सरकार ने जनपद में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं फूड प्रोसेसिंग पार्क की सम्भावना को आगे बढ़ाया है। आज जनपद प्रतापगढ़ के 120 गांवों में ‘हर घर नल’ योजना की शुरुआत हो रही है। इस योजना से हमारी बहन, बेटी, बहू को जल घर में ही उपलब्ध होगा, उन्हें जल के लिए घर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने गरीबों को निःशुल्क आवास, शौचालय, बिजली कनेक्शन, रसोई गैस के कनेक्शन, इलाज की सुविधा एवं खाद्यान्न प्रदान करने का कार्य बिना भेदभाव के किया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत 43 लाख गरीबों को एक-एक आवास उपलब्ध कराए जा चुके हैं। प्रदेशवासियों को 02 करोड़ 61 लाख शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। गांव-गांव में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। उन्होंने कहा कि आवास एवं शौचालय उपलब्ध कराने के लिए जनपद के जनप्रतिनिधि डॉ0 महेन्द्र सिंह एवं श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) ने उल्लेखनीय कार्य किए हैं। प्रदेश के गांव-गांव में पंचायत भवन एवं ग्राम सचिवालय बनाने का कार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गांव की बेटी एवं बहू को बैंकिंग कॉरेस्पॉण्डेण्ट सखी (बी0सी0 सखी) के रूप में नियुक्त करने का कार्य किया है। वह लक्ष्मी बनकर बुजुर्गों को गांव में ही पैसे उपलब्ध कराने का कार्य करेंगी। अब लोगों को पैसा निकालने एवं जमा करने के लिए बैंक नहीं जाना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में अपराध एवं अपराधियों के नियंत्रण के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनायी है। सभी पर्व एवं त्यौहार शान्ति, सौहार्द एवं पूरी दिव्यता के साथ मनाए जा रहे हैं। वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में राज्य में कोई भी दंगा नहीं हुआ है। दंगाइयों, भ्रष्टाचारियों, अपराधियों, माफियाओं एवं गुण्डों के हौसले पस्त हैं। प्रदेश सरकार द्वारा अवैध सम्पत्ति एवं अवैध कमाई के पैसों को गरीबों के कल्याण में खर्च किया जा रहा है। वर्ष 2017 से पहले प्रदेश के नौजवानों के सामने पहचान का संकट था। प्रदेश सरकार ने निष्पक्ष, पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त भर्ती प्रक्रिया द्वारा प्रदेश के साढ़े चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य प्रगति पर है। अभी कुछ दिन पूर्व ही, प्रधानमंत्री जी ने काशी में श्री काशी विश्वनाथ धाम को भव्य रूप में बनाकर देश को समर्पित किया है। यह जन आस्था का सम्मान है। उन्होंने कहा कि अब कांवड़ यात्रियों पर पुष्प वर्षा करके उनका सम्मान किया जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में लोगों के जीवन एवं जीविका को बचाने का कार्य किया गया है। देश के सभी लोगों को फ्री टेस्ट, उपचार एवं वैक्सीन की सुविधा प्रदान की जा रही है। कोरोना वैक्सीन एक जीवन रक्षा कवच है। सभी को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लगवानी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों के लिए डबल इंजन की सरकार द्वारा हर माह डबल खाद्यान्न की व्यवस्था की गयी है। प्रदेश सरकार सभी कार्ड धारकों को खाद्यान्न के साथ 01 किलोग्राम दाल, 01 किलोग्राम खाद्य तेल, 01 किलोग्राम नमक प्रदान कर रही है और अन्त्योदय कार्ड धारकों को इसके अतिरिक्त 01 किलोग्राम चीनी भी प्रदान की जा रही है।
जनसभा को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री श्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश के रूप में स्थापित करते हुये गांव, गरीब, शोषित, दलित, वंचित, किसान, महिला एवं नौजवानों के जीवन में खुशहाली लाने का कार्य किया है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास हासिल किया गया है।
प्रदेश के ग्राम्य विकास मंत्री श्री राजेन्द्र प्रताप सिंह (मोती सिंह) ने कहा कि प्रदेश सरकार ने हर गरीब की झोपड़ी को पक्का आवास, स्वच्छ शौचालय तथा गरीब महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराकर, उनमें आत्म विश्वास एवं आत्मसम्मान की अलख जगायी है।
इस अवसर पर औद्योगिक विकास राज्य मंत्री श्री धर्मवीर सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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