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राजस्व विभाग के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, अन्य सम्बन्धित राजस्व विभाग के कार्मिकों को दिया जा रहा प्रशिक्षण

प्रदेश के दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा सचिव/राहत आयुक्त, उ0प्र0 शासन के सहयोग से आपदा प्रबन्धन आधारित विभिन्न प्रकार की आपदाओं के परिप्रेक्ष्य में पूर्व तैयारी व न्यूनीकरण के संदर्भ में प्रदेश के समस्त जनपदों के राजस्व विभाग के तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, अन्य सम्बन्धित राजस्व विभाग के कार्मिकों को संस्थान मुख्यालय पर राज्य स्तरीय 05 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से क्षमता संवर्धन के दृष्टिगत प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है और समानान्तर रूप से जनपद स्तरीय 03 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान मुख्यालय के अधीनस्थ समस्त क्षेत्रीय/जिला ग्राम्य विकास संस्थानों द्वारा प्रथम प्रत्योत्तरदाता लेखपालों की क्षमता संवर्धन हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
     यह जानकारी दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के महानिदेशक श्री एल0 वेंकटेश्वर लू ने देते हुए बताया कि प्रथम चरण में 20-24 दिसम्बर, 2021 की अवधि में संस्थान द्वारा प्रदेश के जनपद-बिजनौर, गोरखपुर, प्रयागराज, गोण्डा तथा जौनपुर के राजस्व विभाग के अधिकारियेां को प्रशिक्षक के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से क्षमता संवर्द्धन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि  27-31 दिसम्बर, 2021 की अवधि में जनपद-मऊ, पीलीभीत, लखीमपुर, सिद्धार्थनगर, प्रतापगढ़ के तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, राजस्व निरीक्षकों की क्षमता संवर्धन के दृष्टिगत जलवायु परिवर्तन एवं अनुकूलन आपदा में प्राथमिक चिकित्सा, खोज एवं बचाव तथा हैण्डमास टेªनिंग व मार्कड्रिल, दुर्घटना अनुक्रिया प्रणाली, भीड़-भगदड़ नियन्त्रण प्रबन्धन, मानव जनित आपदाओं, आधुनिक आपदाओं, आपदा के उपरान्त सामाजिक मनोवैज्ञानिक प्रभाव, बाढ़, सूखा, अग्नि ताण्डव इत्यादि आपदाओं के विषय में प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
     श्री लू ने बताया कि राजस्व विभाग के प्रतिभागी अधिकारियों को निकटस्थ आपदा प्रभावित 01 ग्राम-यकडिया कलां विकास खण्ड-बख्शी का तालाब, लखनऊ में 01 दिवसीय क्षेत्र भ्रमण कराने के साथ सम्बन्धित आगजनी आपदा का डेमो भी कराया गया।
     इन प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन की अवधि में राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय प्रबुद्ध वार्ताकारों द्वारा वार्तायें प्रदान की गयी। जिसमें प्रमुख रूप से के0के0 सिन्हा, आई0ए0एस0 पूर्व सदस्य राजस्व परिषद, के0 रविन्द्र नायक, आई0ए0एस0 प्रमुख सचिव प्रशासनिक सुधार, आर0के0 पाण्डेय, आई0ए0एस0 सचिव आबकारी एवं गन्ना विभाग उ0प्र0 शासन, डॉ0 मज़हर रशीदी प्रमुख प्रशिक्षक आपदा प्रबन्धन, डॉ0 एल0एम0 जोशी, नेशनल मास्टर टेªनर डी0ओ0पी0टी0 भारत सरकार, डॉ0 एस0सी0 शर्मा सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, पशुपालन निदेशालय उ0प्र0, श्रीमती अदिति उमराव, परियोजना निदेशक, यूपीएसडीएमए/राहत आयुक्त कार्यालय, उ0प्र0, लखनऊ, बी0पी0 सिंह, आई0पी0एस0 (सेवानिवृत्त) सदस्य यू0पी0रे0रा0 उ0प्र0, डॉ0 राकेश कुमार त्रिपाठी, एसोशिएट प्रोफेसर, के0जी0एम0यू0 लखनऊ तथा अमर सिंह, आपदा विशेषज्ञ इत्यादि का प्रमुख एवं महत्वपूर्ण योगदान है।
     इस कार्यक्रम का आयोजन महानिदेशक संस्थान एल0 वेंकटेश्वर लू, के संरक्षण तथा डॉ0 डी0सी0 उपाध्याय, अपर निदेशक संस्थान के निर्देशन में किया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के सत्र निदेशक बी0डी0 चौधरी, उप निदेशक, संस्थान हैं तथा इनके द्वारा समय समय पर एक राज्य स्तरीय वार्ताकार के रूप में भूमिका प्रदान की जा रही है। आयोजन के दृष्टिगत सहयोगी अधिकारियों के रूप में डॉ0एस0के0 सिंह सहायक निदेशक, संस्थान, कुमार दीपक, वरिष्ठ सलाहकार, आपदा प्रबन्धन केन्द्र तथा डॉ0 शिव बचन सिंह यादव, ज्येष्ठ अनुदेशक, संस्थान की अग्रणी भूमिका हैं।

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