गणेश जी के इन मंत्रों के जाप से होंगी सभी मनोकामनाएं पूरी
पौष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी यानी विनायक चतुर्थी व्रत कल 06 जनवरी दिन गुरुवार को है. यह वरद गणेश चतुर्थी है. इस दिन जो लोग व्रत रखते हैं और गणेश जी के मंत्रों का जाप करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
चतुर्थी के दिन गणेश जी के विशेष मंत्रों का जाप करने से नौकरी और बिजनेस में तरक्की होती है, साथ ही सभी समस्याओं का अंत भी हो जाता है. गणेश जी की कृपा से सभी ओर शुभता होती है और भाग्य में वृद्धि होती है. आइए विनायक चतुर्थी के अवसर पर जानते हैं गणेश जी के उन मंत्रों के बारे में, जिनका जाप करके आप तरक्की और उन्नति कर सकते हैं.
गणेश जी के मंत्र
- बिजनेस और नौकरी में आपको किसी प्रकार की समस्या आ रही है. बिजनेस में आय नहीं हो रही, नौकरी में काम के अनुसार प्रमोशन और आय नहीं हो रही है, तो ऐसे में आपको गणेश जी के मंत्र ओम श्रीं सौम्याय सौभाग्याय गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानाय स्वाहा का जाप करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करने से नौकरी और बिजनेस की दिक्कतें दूर होती हैं. काम में तरक्की होने लगती है.
- पूरी मेहनत करने के बाद भी तरक्की नहीं हो रही है. आर्थिक स्थिति दिन पर दिन खराब होती जा रही है, तो ऐसे में बुधवार के दिन या गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा के समय ओम हस्ति पिशाचिनी लिखे स्वाहा मंत्र का जाप करना चाहिए.
इन दोनों ही मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति की मनोकामना पूर्ण होती है और काम में तरक्की मिलने लगती है. गणेश जी के आशीर्वाद से हर कार्य संभव हो जाता है.
विनायक चतुर्थी के दिन गणेश जी को पहले पीले वस्त्र अर्पित करें. फिर उनको फूल, अक्षत्, धूप, दीप, गंध, चंदन, फल, 21 दूर्वा और मोदक का भोग लगाएं. इसके बाद गणेश चालीसा का पाठ करें और विनायक चतुर्थी व्रत कथा का श्रवण करें. अंत में गणेश जी की आरती से इस पूजा का समापन करें.
भगवान गणेश जी की पूजा करते समय आप प्रसाद में तुलसी के पत्ते का प्रयोग भूलकर भी न करें. तुलसी का पत्ता गणेश जी की पूजा में वर्जित है. तुलसी का पत्ता शिव जी को भी अर्पित नहीं किया जाता है.