कोरोना की बेकाबू रफ्तार को देखते हुए वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन 2022 टला
देश में ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे और कोरोना संक्रमण की बेकाबू रफ्तार को देखते हुए वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन 2022 को टाल दिया गया है. इस सम्मेलन का उद्घाटन गुजरात के गांधीनगर में 10 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से किया जाना था.
लेकिन कोविड-19 के चलते इसे फिलहात स्थगित कर दिया गया है. 10 जनवरी से 12 जनवरी तक यह सम्मेलन होने वाला था. इसके पहले, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने 10 से 12 जनवरी तक होने वाले 10वें ‘वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट’ से पहले शैक्षणिक संस्थानों के दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का बुधवार को उद्घाटन किया था.
सीएम भूपेन्द्र पटेल ने उद्घाटन समारोह के दौरान भारत समेत दुनिया भर के गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में ‘स्टूडेंट स्टार्ट-अप एंड इनोवेशन पॉलिसी’ (एसएसआईपी 2.0) के दूसरे संस्करण की शुरुआत की थी.
गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने घोषणा की थी कि राज्य सरकार छात्रों को नौकरी देने की प्रक्रिया को केंद्रीकृत करने की योजना बना रही है और ‘‘दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को समान अवसर’’ प्रदान करने के लिए एक केंद्रीय डेटा केंद्र स्थापित करने की भी योजना बना रही है.
गुजरात में कोरोना वायरस के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बीच स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने इससे पहले कहा था कि राज्य सरकार ‘वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट’ आयोजित करने के लिए ‘प्रतिबद्ध’ है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य सरकार ने सात दिनों के पृथक-वास नियम में केंद्र से छूट मांगी है ताकि ‘‘जोखिम वाले’’ देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हो सकें.
उन्होंने कहा था कि इस आयोजन से राज्य को आर्थिक रूप से लाभ होगा और रोजगार भी पैदा होगा. राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति ‘नियंत्रण’ में होने का दावा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि अब से केवल पूरी तरह से टीकाकरण वाले आगंतुकों को ही सरकारी कार्यालयों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी.