राष्ट्रीय लोकदल सुप्रीमो जयंत चौधरी पहुंचे राजधानी लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से हो सकती है मुलाकात
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज गया है. हर राजनीतिक पार्टियां 2017 विधानसभा चुनाव की कमियों को दूर करने में जुट गई हैं. इसी कड़ी में राष्ट्रीय लोकदल सुप्रीमो जयंत चौधरी गुरुवार को
राजधानी लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात कर सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अंतिम दौर की बातचीत होगी. दरअसल, सपा और रालोद का गठबंधन हो चुका है.
जयंत 36 से 40 सीटों की मांग कर रहे हैं जबकि अखिलेश 28 सीट ही देना चाहते हैं. बताया जा रहा है कि जयंत ज्यादा सीटें मांग रहे हैं और अखिलेशइसके लिए तैयार नहीं हैं. मुजफ्फरनगर और मेरठ की कुछ सीटों को लेकर संशय है.
इसी पर बात करने के लिए जयंत लखनऊ पहुंच गए हैं. बता दें कि पिछले साल चौधरी अजीत सिंह के निधन के बाद जयंत चौधरी के सामने अपनी पार्टी के खोते जनाधार को बचाने की चुनौती है. किसान आंदोलन ने जयंत को वो मौका भी दिया.
जंयत पिछले एक साल से जिस तरह आंदोलनकारियों के साथ खड़े रहे उससे भी इन्हें खूब सहानभूति मिली. अब जयंत को लगता है कि पश्चिमी यूपी में जाट-सिख और मुस्लिमों की लामबंदी के बदौलत आरएलडी फिर से अपनी खोई ताकत जुटा चुकी है और इसीलिए जंयत अब इसका भरपूर फायदा उठाना चाहते हैं.
अगर बात करें गठबंधन की तो आरएलडी 2002 के चुनाव में BJP के साथ गठजोड़ कर चुनावी मैदान उतरी. इस दौरान आरएलडी को 14 सीटों पर जीत मिली जबकि दो प्रतिशत वोट हासिल हुए. साल 2007 में आरएलडी अकेले चुनावी मैदान में उतरी.
इस चुनाव में आरएलडी ने 10 सीटों पर जीत हासिल की जबकि वोट प्रतिशत दो से बढ़कर चार पर पहुंच गया. 2012 के चुनाव में आरएलडी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरी.
इस दौरान उसे नौ सीटों पर जीत हासिल हुई जबकि वोट दो प्रतिशत मिले. वहीं एक बार फिर साल 2017 में आरएलडी ने अकेले चुनाव लड़ा जिसमें 1 सीट पर जीत हासिल की जबकि दो प्रतिशत वोट मिले.