मध्य प्रदेश : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की तीसरी लहर के साथ-साथ बारिश को लेकर भोपाल में बैठक
मध्य प्रदेश इस समय दोहरी चुनौती से जूझ रहा है. कोरोना की तीसरी लहर के साथ-साथ बारिश और ओलों की मार ने सबको परेशान कर दिया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल में बैठक कर हालात की समीक्षा की.
उन्होंने अफसरों को सख्त हिदायत दी कि चाहें कोरोना का मसला हो या फसलों को हुए नुकसान का सर्वे. किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
कोरोना के बढ़ते प्रकोप के साथ ओलावृष्टि की आफत ने सरकार के साथ-साथ आम आदमी और किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. इन दोनों ही आफत से निपटने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने दोनों आफतों से निपटने के लिए अधिकारियों को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं.
कोरोना के हालात की समीक्षा करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा सभी कोविड केयर सेंटर सक्रिय रखने हैं. होम आइसोलेशन में जो मरीज हैं, उनसे रोज दो बार बात की जाए. सिस्टम पूरी तरह एक्टिव हो जाएं. अभी स्थिति चिंताजनक नहीं है. लेकिन केस बढ़ रहे हैं.
हमारा टारगेट है कि 16 तारीख तक 15 से 18 साल तक के सौ फीसदी बच्चों का वैक्सिनेशन हो जाना चाहिए. ठीक से टेस्ट होने चाहिए. आंकड़े ठीक ढंग से उसी दिन के आएं.
ताकि स्थिति का आंकलन ठीक से किया जा सके. मास्क के लिए कड़ाई से पालन हो. अनावश्यक प्रतिबंध न लगाएं. जब जरूरत पड़ेगी तो तुरन्त कदम उठाएंगे. स्कूल भी अभी 50 परसेंट उपस्थिति से चलने दें.
सीएम ने हाल ही में प्रदेश में हुई बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान की भी समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने फसलों के नुकसान का जल्द सर्वे कराकर मुआवजा देने का निर्देश दिया है. साथ ही प्रभारी मंत्री अपने प्रभार के जिलों को देखेंगे.
सभी कलेक्टर कमिश्नर को निर्देश दिया है कि जहां भी ओलावृष्टि या अतिवृष्टि के कारण फसलें प्रभावित हुई हैं वहां प्रभावित गांव का सर्वे जल्द पूरा किया जाए. मुआवजे और भुगतान की प्रक्रिया शुरू की जाए.