मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व में शोक की लहर सुपर टाइग्रेस मॉम की हुई मौत
मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व में शोक की लहर है. यहां की ‘सुपर टाइग्रेस मॉम’ के नाम से प्रसिद्ध मादा बाघ शनिवार शाम को मौत हो गई. 29 शावकों को जन्म देने वाली बाघिन को रविवार को उसे नम आंखों से विदाई दी गई. इसे T-15 ‘कॉलर वाली’ बाघिन भी कहा जाता था. बाघिन की उम्र करीब-करीब 17 साल थी.
गौरतलब है कि कॉलर वाली बाघिन पिछले चार दिनों से बीमार चल रही थी. उसकी मौत की खबर जैसे ही उसके चाहने वालों तक पहुंची वे स्तब्ध रह गए. उसके बाद उसे सम्मानपूर्वक विदाई दी गई.
बाघिन के अंतिम संस्कार में पेंच टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर अशोक मिश्रा, डिप्टी डायरेक्टर अधर गुप्ता और ईको विकास समिति कर्माझिरी की अध्यक्ष शांताबाई सरयाम सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
RIP, Queen of Pench. You lived long and majestically. You ruled the food chain and because of you an entire forest was alive. #collarwali
— Aditi Garg (@AditiGargIAS) January 16, 2022
‘Tiger Tiger, burning bright,
In the forests of the night;
What immortal hand or eye,
Could frame thy fearful symmetry?’~ William Blake pic.twitter.com/K3gsF0eWef
इस बाघिन के नाम वाइल्ड लाइफ में सर्वाधिक 29 शावकों को जन्म देने का रिकॉर्ड दर्ज है. यही नहीं, पेंच टाइगर रिजर्व और पूरे प्रदेश में बाघों के कुनबे को बढ़ाने में इस बाघिन का अहम योगदान है.
वाइल्ड लाइफ में रुचि रखने वाले देश और दुनिया के कई लोग इसे T-15 ‘कॉलर वाली’ बाघिन को जानते हैं. इसके अंतिम समय का एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें वह बेहद कमजोर नजर आ रही है.
बता दें, इस बाघिन का जन्म सितंबर 2005 में हुआ था. उसने 29 शावकों को 8 बार में जन्म दिया था. पांच बच्चे एक साथ पैदा करने का रिकॉर्ड भी इसी के नाम पर दर्ज है.