अब हम आपको दुनिया के सबसे लंबे Sea Bridge पर लेकर चलेंगे. ये पुल चीन में बनकर तैयार हो चुका है . चीन के राष्ट्रपति ने Xi Jinping ने आज इस पुल का उदघाटन कर दिया है. हमारे देश के कुछ नेता… मुंबई को शंघाई बनाने का सपना देखते भी रहे और दिखाते भी रहे लेकिन चीन एक ऐसा देश है जिसने अंसभव दिखने वाले सपने को भी सच करके दिखा दिया है . सबसे पहले आप इस पुल की कुछ तस्वीरें देखिए ताकि आपको इस बात का अहसास हो कि समंदर के ऊपर पुल बनाना मुश्किल तो है लेकिन असंभव नहीं . ये चीन की मज़बूत इच्छाशक्ति का उदाहरण है जिससे भारत बहुत कुछ सीख सकता है.
ये पुल चीन के Macau और HongKong को आपस में जोड़ता है . इसके निर्माण के बाद इन दोनों शहरों की दूरी 3 घंटे से घटकर सिर्फ़ आधा घंटा रह गयी है . इस पुल की कुल लंबाई 55 किलोमीटर है इसे तीन हिस्सों में बनाया गया है . इसके दो हिस्से समुद्र के ऊपर हैं और एक हिस्सा समंदर के अंदर सुरंग के रूप में बनाया गया है . इसकी सुरंग की लंबाई करीब 7 किलोमीटर है जबकि समंदर के ऊपर बने हिस्से की लंबाई करीब 48 किलोमीटर है.
सुरंग को बनाने की मुख्य वजह… यहां से गुज़रने वाले बड़े मालवाहक जहाज हैं . पुल बनाने पर उनके रास्ते में रूकावट पैदा हो रही थी .इस Bridge और Tunnel के बीच दो Artificial island भी बनाये गये है . इस पूरी सड़क को बनाने में 9 साल का समय लगा है . इस पूरे पुल के निर्माण में करीब डेढ़ लाख करोड़ रूपये की लागत आई. आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत का मुंबई शहर हर पांच साल में इतनी ही रकम ट्रैफिक जाम में बर्बाद कर देता है
24 अक्टूबर से ये पुल आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा लेकिन इस पुल पर यात्रा करने के लिए कुछ नियम भी बनाये गये हैं. इस पुल पर हर रोज़ सिर्फ़ 40 हज़ार वाहनों को प्रवेश की अनुमति है . यानी पुल पर प्रवेश करने से पहले आपको वहां की Local Authorities से अनुमति लेनी होगी . अगर आपको अनुमति नहीं मिलती है तो आप Bus के ज़रिए दोनों शहरों के बीच यात्रा कर सकते हैं .
Hong Kong दुनिया के सबसे बड़े व्यावसायिक शहरों में से एक है . यानी व्यापार की दृष्टि से ये इलाका चीन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए दोनों शहरों की दूरी कम करने लिए दुनिया के सबसे लंबे Sea Bridge का निर्माण किया गया है. वैसे नोट करने वाली बात ये भी है कि दुनिया के 6 सबसे लंबे पुल, चीन में ही बनाए गये हैं . अपनी मज़बूत इच्छाशक्ति के दम पर चीन…. निर्माण से जुड़े कमाल करता रहता है . भारत चाहे तो आज चीन की इच्छाशक्ति से सबक ले सकता है . मुंबई में बने Bandra Worli Sea Link की लंबाई करीब साढ़े 5 किलोमीटर है. इसे बनाने में करीब 10 साल का समय लगा था